Premanand Ji Maharaj : प्रेमानंद जी ने साफ शब्दों में कहा कि किसी के पास मन की बात जान लेने की शक्ति हो सकती है, लेकिन अगर वो भगवान को नहीं जान पाया, तो उसकी सारी सिद्धियां बेकार हैं.
Premanand Ji Maharaj : आजकल सोशल मीडिया और भक्त समाज में एक ही चर्चा है – क्या कोई व्यक्ति सच में आपके मन की बात जान सकता है? क्या किसी के पास ऐसी सिद्धि हो सकती है कि वह यह बता सके कि आप कहां से आए हैं, आपके मन में क्या चल रहा है, या आप क्या सोच रहे हैं?
हाल ही में एक प्रवचन में प्रेमानंद जी महाराज ने बिना किसी का नाम लिए ऐसे ही विषय पर बात की. उन्होंने कहा – “अगर कोई मंत्र ठीक से सिद्ध कर ले, तो उसके अंदर कुछ खास बातें खुद-ब-खुद आने लगती हैं. जैसे किसी के मन की बात जान लेना, सामने वाले का नाम बता देना, उसकी यात्रा का ज़िक्र कर देना, या उसके मन में उठते सवालों को पहले ही बोल देना – ये सब भी एक तरह की सिद्धि है.”