तेरहवीं कार्यक्रम के दौरान चार वर्षीय बच्ची कुएं में गिर गई। उसे बचाने के लिए एक व्यक्ति और ममेरे भाई ने कुएं में छलांग लगा दी। घंटों बाद भी किसी का पता नहीं चल सका। मशक्कत के बाद तीनों को निकालकर अस्पताल भेज दिया गया। यहां तीनों को मृत घाेषित कर दिया गया।
Varanasi News: कछवा रोड स्थित मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के गुड़िया गांव के बिंद बस्ती में एक तेरहवीं कार्यक्रम के दौरान अफरातफरी मच गई। चार वर्ष की एक बच्ची के कुएं में गिरते ही उसे बचाने के लिए युवक भी कूद गया। दोनों को बचाने के लिए ममेरे भाई ने भी कुएं में छलांग लगा दी। सूचना पाकर माैके पर डीसीपी आकाश पटेल भी पहुंच गए।
डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस और ग्रामीणों के प्रयास से तीनों को बाहर निकाला जा सका। मौके पर कोहराम मचा हुआ है। वहीं, तीनों को एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल भेज दिया गया। अस्पताल में तीनों की हालत गंभीर बनी हुई थी। यहां डाॅक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
दूसरी तरफ, गुड़िया गांव में ग्रामीणों ने हंगामा मचा दिया। एनडीआरएफ को घेरकर उन्हें गांव के बाहर जाने से रोक दिया गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि टीम मूकदर्शक बनी रही। हंगामा और प्रदर्शन की सूचना मिलते ही गुड़िया गांव में कई थानों की फोर्स पहुंच गई। लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा था।
परिजनों में मचा कोहराम
जानकारी के अनुसार, गुड़िया गांव में ऋषिकेश (32) की दादी के निधन के बाद गुरुवार को घर पर तेरहवीं भोज का आयोजन किया गया था। इसी दाैरान एक बच्ची खेलते वक्त कुएं में गिर गई। आसपास माैजूद लोगों ने इसकी जानकारी परिजनों को दी।
भीड़ में माैजूद ऋषिकेश ने बच्ची को बचाने के लिए कुएं में छलांग लगा दी। कुआं करीब 80 फीट गहरा था। इसकी सूचना पाकर एनडीआरएफ भी पहुंच गई लेकिन उस ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। आरोप था कि टीम ने कोई सहयोग नहीं किया।