मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप 799 स्कूलों को पीएमश्री विद्यालय के रूप में संचालित किया जा रहा है, जहां प्रदेश भर के करीब 4 लाख 80 हजार विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इन पीएमश्री स्कूलों को स्मार्ट क्लास, आधुनिक लाइब्रेरी, खेल उपकरण और कला कक्ष जैसी सुविधाओं से सुसज्जित कर आधुनिक स्वरूप दिया गया है, जिससे ये विद्यालय अपने क्षेत्र के अन्य स्कूलों के लिए शिक्षा गुणवत्ता सुधार का केंद्र बनकर उभर रहे हैं।
पीएमश्री स्कूलों में विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास में दक्ष बनाया जा रहा है और कॅरियर काउंसिलिंग के माध्यम से भविष्य के रोजगार अवसरों की जानकारी दी जा रही है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 के दौरान 124 पीएमश्री स्कूलों में कॅरियर काउंसलर और 137 स्कूलों में मानसिक स्वास्थ्य काउंसलर की नियुक्ति की गई है, जिससे कक्षा 9 से 12 तक के लगभग 2 लाख 41 हजार विद्यार्थियों को कॅरियर विकल्पों का मार्गदर्शन मिल सका है।
पीएमश्री स्कूलों को हरित विद्यालय के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां सोलर पैनल, एलईडी लाइट, प्राकृतिक खेती, पोषण उद्यान, अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक मुक्त परिसर और जल व पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी छात्रों को दी जा रही है।
इन स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को आईआईएम इंदौर, रायपुर और टीआईएसएस मुंबई में आधुनिक शिक्षण विधाओं का प्रशिक्षण भी दिया गया है। कक्षा 5 तक के विद्यार्थियों के लिए टीचिंग लर्निंग मटेरियल तैयार करने हेतु 544 पीएमश्री स्कूलों का चयन किया गया है, वहीं सभी पीएमश्री स्कूलों में मैथ्स और साइंस सर्किल गतिविधियां नियमित रूप से संचालित हो रही हैं, ताकि विद्यार्थियों में रचनात्मक सोच, टीम वर्क और 21वीं सदी के कौशल विकसित किए जा सकें।
कक्षा 6 से 12 तक के एक लाख 27 हजार से अधिक छात्रों के लिए एक्सपोजर विजिट आयोजित की गई हैं, जिनके माध्यम से बच्चों को शिक्षण से जुड़ी उन्नत तकनीकों और नए सीखने के अनुभवों से रूबरू कराया गया है।

