मुजफ्फरपुर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को मुजफ्फरपुर में आयोजित जनसभा में जनता के सामने अपने 20 वर्षों के शासनकाल की उपलब्धियां पेश करते नजर आए। उन्होंने कहा कि अब राज्य में भय और अराजकता नहीं, बल्कि शांति, प्रेम और भाईचारे का माहौल है।
सीएम ने स्पष्ट कहा कि हमसे पहले की सरकार के समय लोगों को शाम के बाद घर से बाहर निकलने में डर लगता था। सड़कें टूटी-फूटी थीं, शिक्षा की स्थिति खराब थी, बिजली का अभाव और समाज में तनाव आम बात थी। उन्होंने कहा कि जब जनता ने उन्हें सत्ता का मौका दिया, तो उन्होंने सभी वर्गों के लिए बिना भेदभाव के काम किया। आज बिहार में डर नहीं, बल्कि सौहार्द और शांति का राज है।
मुख्यमंत्री ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर भी जोर दिया। उन्होंने अपनी सरकार की ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ का उल्लेख करते हुए बताया कि हर घर की एक महिला को स्वरोजगार शुरू करने के लिए ₹10,000 की आर्थिक सहायता दी जा रही है। अब तक 1 करोड़ 21 लाख महिलाओं को यह राशि मिल चुकी है।
उन्होंने आगे कहा कि जिन महिलाओं का व्यवसाय सफल होगा, उन्हें 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता दी जाएगी। इसके अलावा, जिन्होंने अभी तक लाभ नहीं उठाया है, उनके लिए तिथियां निर्धारित की गई हैं और सभी को लाभ मिलेगा।
नीतीश कुमार ने कहा कि यह योजना सिर्फ वित्तीय मदद नहीं है, बल्कि बिहार की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनकी सरकार महिलाओं, युवाओं, किसानों, छात्रों और पिछड़े वर्गों के लिए लगातार योजनाएं चला रही है और आगे भी सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की दिशा में काम जारी रहेगा।
जनसभा में उपस्थित लोगों ने सीएम के भाषण के दौरान जोरदार तालियों और नारों के साथ समर्थन जताया। नीतीश कुमार ने विकास और नारी सशक्तिकरण के अपने संदेश से उपस्थित जनता को प्रभावित किया।

