पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अब कांग्रेस ने भी अपने मेगा प्रचार अभियान की तैयारी पूरी कर ली है। एनडीए की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहां मैदान में उतर चुके हैं और जनसभाओं से विपक्ष पर हमला बोल रहे हैं, वहीं अब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की एंट्री से महागठबंधन के कैंप में नई जान आने वाली है।
कांग्रेस हाईकमान ने दोनों नेताओं के दौरे का खाका तैयार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, छठ पर्व के बाद राहुल गांधी बिहार में अपनी पहली चुनावी सभा करेंगे। उम्मीद है कि वे उत्तर बिहार के किसी बड़े जिले से अपने प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। कांग्रेस की रणनीति साफ है — पहले चरण में उन इलाकों को प्राथमिकता दी जाएगी, जहां पार्टी के प्रत्याशियों की स्थिति मजबूत है और जहां उनके दौरे से सीधा असर पड़ सकता है।
उत्तर बिहार के जिलों — मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण से राहुल और प्रियंका दोनों के लिए जबरदस्त मांग उठ रही है। पार्टी के स्थानीय नेताओं का कहना है कि इन क्षेत्रों में बड़े नेताओं की मौजूदगी से प्रचार को नई रफ्तार मिलेगी और कांग्रेस का संदेश जनता तक और प्रभावी ढंग से पहुंचेगा।
राहुल गांधी के साथ-साथ प्रियंका गांधी वाड्रा भी मैदान संभालेंगी। वे खास तौर पर महिलाओं और युवाओं से जुड़ी सभाओं को संबोधित करेंगी। पार्टी की योजना है कि प्रियंका का कैंपेन भावनात्मक और सीधा जनता से जुड़ा हो, ताकि मतदाताओं से सीधा संवाद स्थापित किया जा सके।
उधर, एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 अक्टूबर से अपनी चुनावी सभाओं का आगाज़ करने वाले हैं। कांग्रेस चाहती है कि राहुल और प्रियंका की संयुक्त मौजूदगी से महागठबंधन के प्रचार अभियान में जोश और ऊर्जा दोनों का संचार हो, ताकि एनडीए के मुकाबले में एक मजबूत संदेश जाए।
नामांकन प्रक्रिया पूरी होते ही कांग्रेस ने प्रचार की रणनीति को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। जनसभाओं के साथ-साथ राहुल और प्रियंका सोशल मीडिया और डिजिटल कैंपेन के ज़रिए भी मतदाताओं तक पहुंचेंगे। कांग्रेस का मकसद साफ है — बिहार में इस बार बदलाव की आवाज़ हर वर्ग, हर घर तक पहुंचनी चाहिए।

