पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच अब सियासत में गर्मी सिर्फ नेताओं के बयानों से नहीं, बल्कि भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव की एंट्री से भी बढ़ गई है। दरअसल, भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने हाल ही में खेसारी को “नचनिया” कहकर तंज कसा था, जिसके बाद खेसारी लाल यादव ने भी बेबाकी से पलटवार किया है।
खेसारी ने कहा, “I am a डांसर, और मुझे इस बात पर गर्व है। लेकिन जिन लोगों के ग्रुप में सम्राट चौधरी हैं, वो सब आसाराम बापू के शिष्य हैं। सम्राट चौधरी बहुत बड़े आदमी हैं, उनकी तुलना अपने आप से करना मेरे लिए ठीक नहीं है। लेकिन अगर मैं नाचने वाला हूं, तो मैं इस कला पर गर्व महसूस करता हूं। मैं कलाकार हूं, और संगीत से बेहतर इस धरती पर कुछ नहीं। अगर संगीत नहीं होता, तो हम सब अधूरे होते।”
उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ लोग कलाकारों को नीचा दिखाकर खुद को ऊंचा साबित करना चाहते हैं, लेकिन जनता सब जानती है। खेसारी बोले, “मेरे गानों की वजह से छपरा में जलजमाव नहीं हुआ, बच्चों की पढ़ाई नहीं रुकी, और अस्पतालों की हालत भी मेरी वजह से खराब नहीं हुई। जो काम नेताओं के जिम्मे हैं, उस पर सवाल उठाइए, कलाकारों पर नहीं।”
खेसारी ने साफ कहा कि उनका विरोध किसी व्यक्ति से नहीं बल्कि विचारधारा से है। उन्होंने कहा, “सम्राट भइया मेरे गार्जियन हैं, कल भी थे, आज भी हैं। मैं उनके शब्दों का दुश्मन नहीं, लेकिन जो उन्होंने कहा, वो मुझे छोटा दिखाने के लिए कहा गया था।”
इसके साथ ही खेसारी ने अपने सामाजिक कार्यों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि अब तक उन्होंने 62 अनाथ बच्चों को गोद लिया है और उनकी पढ़ाई-लिखाई और परवरिश की पूरी जिम्मेदारी खुद संभाली है। उन्होंने कई गरीब लड़कियों की शादी कराई है और बाढ़ पीड़ितों की भी लगातार मदद करते रहे हैं।
खेसारी ने कहा, “मैं कलाकार हूं, दिल से काम करता हूं। वो लोग दिमाग से दुनिया चलाते हैं—बस फर्क इतना ही है।”
अंत में उन्होंने अपने गानों पर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए कहा, “लोग कहते हैं मेरे गाने अश्लील हैं, लेकिन मैं समाज के हर तबके को खुश करने के लिए गाना गाता हूं। लोग वही सुनते हैं जो उन्हें पसंद आता है, और कलाकार की मजबूरी होती है कि वो सबका मन रखे। मैं वही करता हूं — दिल से, सच्चाई से।”

