दरभंगा की गर्म दोपहरी में जब राहुल गांधी मंच पर पहुंचे, तो भीड़ “राहुल गांधी ज़िंदाबाद” के नारों से गूंज उठी। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार दोनों पर सीधा वार किया। राहुल गांधी ने कहा — “नोटबंदी ने बिहार के छोटे व्यापारियों की रीढ़ तोड़ दी, और गलत तरीके से लागू की गई GST ने बाकी बचे कारोबार को भी खत्म कर दिया। अब चुनाव के वक्त कहते हैं — दिवाली का तोहफा देंगे, GST कम करेंगे! लेकिन जब सब खत्म हो गया, तब राहत का क्या मतलब?”
भीड़ की ओर इशारा करते हुए राहुल बोले — “बिहार के युवाओं से कहा गया कि हमने सस्ता डेटा दिया। लेकिन कोई ये नहीं बताता कि वो 24 घंटे इंस्टाग्राम पर इसलिए हैं क्योंकि उन्हें नौकरी नहीं मिली!”
उन्होंने सवाल उठाया — “जब बिहार के युवा देश के बाकी राज्यों में सड़के, पुल और इमारतें बना सकते हैं… तो यही काम अपने बिहार में क्यों नहीं कर पा रहे हैं? आप लोग पूरे हिंदुस्तान को बना रहे हैं, लेकिन अपना बिहार आज भी बेरोजगारी की आग में जल रहा है।”
राहुल गांधी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि 20 साल की सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य को बर्बाद कर दिया। स्कूलों में शिक्षक नहीं, अस्पतालों में दवा नहीं — और ऊपर से वादे, सिर्फ वादे! उन्होंने कहा — “बिहार के युवाओं को अब झूठ नहीं, बदलाव चाहिए। महागठबंधन की सरकार हर धर्म, हर जाति और हर वर्ग की सरकार होगी। हम बिहार को विकास की पटरी पर लाकर दिखाएँगे।”
फिर राहुल ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा — “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के ट्रंप से डरते हैं। ट्रंप बार-बार कहते हैं कि उन्होंने मोदी को डराकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रुकवाया, और मोदी जी चुप रहते हैं। ये वही मोदी हैं जो देश में बड़े-बड़े भाषण देते हैं, लेकिन विदेश में एक शब्द नहीं बोल पाते। जब इंदिरा गांधी थीं, उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति से कहा था — ‘हम भारत हैं, हम किसी से नहीं डरते।’ यही होती है असली लीडरशिप।”
सभा के आखिर में राहुल गांधी ने जनता से अपील की — “बिहार अब बदलाव चाहता है। अब लालटेन या जुमले नहीं, असली विकास चाहिए। और वो विकास महागठबंधन की सरकार ही दे सकती है।”

