पटना। बिहार की सियासत एक बार फिर गरमा गई है, और इस बार सुर ताल छेड़ा है पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने। गुरुवार को दानापुर से अपने चुनावी प्रचार की शुरुआत करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों पर जमकर हमला बोला।
राबड़ी देवी ने मीडिया से बातचीत में कहा — “अगर वाकई में इतना विकास कर दिया है, तो फिर नीतीश कुमार, अमित शाह और पीएम मोदी को घर-घर जाकर वोट मांगने की क्या जरूरत है? प्रधानमंत्री को नुक्कड़ सभाएं करते हुए देखना अच्छा नहीं लगता — ये उनके पद की शोभा के अनुरूप नहीं है।”
उन्होंने कहा कि एनडीए ने बीते 20 सालों में बिहार की जनता को सिर्फ ठगने का काम किया है। अब जनता खुद को ठगा महसूस कर रही है और इस बार बदलाव के मूड में है। राबड़ी देवी ने कहा — “हम जनता के बीच जा रहे हैं, कोई भी नीतीश सरकार से खुश नहीं है। जनता मालिक है, और इस बार जनता ही फैसला करेगी।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि एनडीए नेताओं की बौखलाहट साफ दिख रही है। “जब जीत का भरोसा होता है, तो इतनी भागदौड़ नहीं करनी पड़ती। लेकिन इन लोगों को पता है कि अब कुर्सी हाथ से निकलने वाली है, इसलिए बार-बार मोदी जी और अमित शाह को बिहार की रैलियों में आना पड़ रहा है।”
राबड़ी देवी ने दावा किया कि इस बार बिहार में बदलाव तय है। उन्होंने कहा — “14 नवंबर को नतीजे आएंगे, और इस बार जनता का फैसला ऐतिहासिक होगा। जनता ने मन बना लिया है कि अब ठगने वालों को जवाब देना है।”
वहीं, सोशल मीडिया पर भी राबड़ी देवी ने अपनी बात बेबाकी से रखी। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि अगर तेजस्वी यादव की सरकार बनती है, तो बिहार की जीविका दीदियों के लिए बड़ा तोहफा मिलेगा — उन्हें पक्की नौकरी, 30 हजार रुपये तनख्वाह, 5 लाख रुपये का बीमा, सरकारी कामों के लिए 2 हजार रुपये भत्ता और पहले के लोन का ब्याज माफ किया जाएगा। साथ ही अगले दो साल तक ब्याज मुक्त लोन भी दिया जाएगा।
दानापुर की इस शुरुआत के साथ ही राबड़ी देवी ने साफ कर दिया है कि महागठबंधन अब पूरी ताकत के साथ मैदान में है — और उनकी नजर सिर्फ एक चीज़ पर है, बिहार की सत्ता पर वापसी।

