आज बात उस खूबसूरती की, जिसने न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई — ऐश्वर्या राय बच्चन।
आज ऐश्वर्या अपना 52वां जन्मदिन मना रही हैं, लेकिन उनकी खूबसूरती, शालीनता और करिश्मा आज भी लोगों को उतना ही मोहित करता है जितना 90 के दशक में करता था।
1 नवंबर 1973 को कर्नाटक के मैंगलोर में जन्मीं ऐश्वर्या बचपन से ही होशियार और बेहद अनुशासित रही हैं। वो साइंस स्टूडेंट थीं और डॉक्टर बनना चाहती थीं। बाद में उन्होंने मुंबई में आर्किटेक्चर की पढ़ाई शुरू की — लेकिन किस्मत ने उनके लिए कुछ और ही लिखा था।
पढ़ाई के साथ उन्होंने मॉडलिंग शुरू की और 9वीं क्लास में ही कैमलिन कंपनी के लिए पहला एड शूट किया। इसके बाद वो पेप्सी, फ्रूटी और कई बड़े ब्रांड्स के विज्ञापनों में दिखीं। धीरे-धीरे उनका चेहरा हर घर में पहचाना जाने लगा।
साल 1994 में उन्होंने मिस इंडिया प्रतियोगिता में उपविजेता बनकर सबका ध्यान खींचा, और फिर उसी साल मिस वर्ल्ड का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। सिर्फ 21 साल की उम्र में वो दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला का ताज अपने नाम कर चुकी थीं।
लेकिन क्या आप जानते हैं — अगर वो मिस वर्ल्ड नहीं बनतीं, तो उनकी पहली फिल्म होती ‘राजा हिंदुस्तानी’!
जी हां, खुद ऐश्वर्या ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने ये फिल्म छोड़ दी थी ताकि वो मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में भाग ले सकें। और किस्मत का खेल देखिए, ये फैसला उनके करियर का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।

मिस वर्ल्ड बनने के बाद उन्होंने फिल्मों की ओर कदम बढ़ाया और साल 1997 में अपनी पहली फिल्म ‘और प्यार हो गया’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। इस फिल्म ने उन्हें पहचान दिलाई और फिर वो लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ती चली गईं।
‘हम दिल दे चुके सनम’, ‘ताल’, ‘देवदास’, ‘मोहब्बतें’, ‘जोधा अकबर’, ‘गुरु’ और ‘धूम 2’ — ऐश्वर्या की हर फिल्म ने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी। वो सिर्फ एक सुंदर चेहरा नहीं, बल्कि शानदार अदाकारा भी साबित हुईं।
बॉलीवुड के साथ-साथ उन्होंने हॉलीवुड में भी अपना जलवा दिखाया — ‘द पिंक पैंथर 2’, ‘मिस्ट्रेस ऑफ स्पाइसेज’ और ‘ब्राइड एंड प्रिज्यूडिस’ जैसी फिल्मों से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत का नाम रोशन किया।
2003 में ऐश्वर्या कान्स फिल्म फेस्टिवल की जूरी में शामिल होने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री बनीं। साल 2009 में उन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया और 2012 में फ्रांस ने उन्हें ऑर्डर ऑफ आर्ट्स एंड लेटर्स से नवाजा।
आज ऐश्वर्या सिर्फ एक्ट्रेस नहीं, बल्कि एक आइकन हैं — जो अपने टैलेंट, आत्मविश्वास और सादगी से दुनिया को ये दिखा चुकी हैं कि असली खूबसूरती सिर्फ चेहरे में नहीं, बल्कि कर्म और व्यक्तित्व में होती है।
52 की उम्र में भी ऐश्वर्या राय बच्चन अब भी वही हैं — ग्रेस, एलिगेंस और ग्लोरी की जीवंत मिसाल।

