पीएमश्री हवाई पर्यटन हेलीकॉप्टर सेवा का हुआ भव्य शुभारंभ, CM डॉ. मोहन ने दिखाई हरी झंडी, इंट्रा स्टेट एयर सर्विसेज शुरू करने वाला देश का पहला राज्य बना मध्यप्रदेश

भोपाल। मध्यप्रदेश की धरती से उड़ान भरी एक नई सोच ने — एक नए युग ने। शनिवार को भोपाल के राजा भोज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पीएमश्री पर्यटन हेलीकॉप्टर सेवा का भव्य शुभारंभ किया। दीप प्रज्जवलन के साथ शुरू हुए इस समारोह में मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर देश की पहली इंट्रा स्टेट एयर सर्विस को उड़ान दी। और इसी के साथ, मध्यप्रदेश बन गया भारत का पहला ऐसा राज्य जिसने राज्य के भीतर हवाई कनेक्टिविटी को पर्यटन से जोड़ा है।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा — “हम सिर्फ दूरियाँ नहीं, दिलों को जोड़ रहे हैं।” उन्होंने बताया कि यह हेली पर्यटन सेवा केवल यात्रा का साधन नहीं, बल्कि अनुभव, आस्था और आनंद का संगम होगी। अब मध्यप्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थल कुछ ही मिनटों की दूरी पर होंगे।

राजा भोज एयरपोर्ट पर आयोजित इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के 70वें स्थापना दिवस के अवसर पर कई नई और आधुनिक सेवाओं की भी शुरुआत की गई — जिनमें डिजी यात्रा, फ्लाईब्रेरी, किड्स प्ले ज़ोन और अत्याधुनिक केट-II ILS प्रणाली शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश अब हर दिशा में आत्मनिर्भर और तकनीक संपन्न बनने की ओर अग्रसर है।

पीएमश्री हेलीकॉप्टर सेवा के पहले चरण में तीन प्रमुख सेक्टरों में हेली फ्लाइट्स शुरू की जा रही हैं। भोपाल से मढ़ई और पचमढ़ी, इंदौर से उज्जैन और ओंकारेश्वर, तथा जबलपुर से कान्हा और बांधवगढ़ तक पर्यटक अब कुछ ही समय में पहुँच सकेंगे। पहले जहाँ भोपाल से पचमढ़ी पहुँचने में पाँच घंटे लगते थे, वहीं अब यह सफर केवल पचास मिनट में पूरा होगा।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा — “यह सेवा मध्यप्रदेश के पर्यटन को नई उड़ान देगी। यह न सिर्फ यात्रियों का समय बचाएगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोज़गार, होम-स्टे, और हस्तशिल्प व्यवसाय के अवसर भी बढ़ाएगी।”

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बताया कि आने वाले समय में रीवा से इंदौर और रीवा से दिल्ली के बीच सीधी हवाई सेवा भी शुरू की जाएगी। प्रदेश में रीवा, सतना और दतिया जैसे नए एयरपोर्ट्स के निर्माण से हवाई नेटवर्क लगातार मजबूत हो रहा है।

मध्यप्रदेश अब पर्यटन को आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था का सशक्त स्तंभ बनाने की दिशा में आगे बढ़ चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2030 तक हमारा लक्ष्य है कि राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या दोगुनी की जाए और पर्यटन से अर्थव्यवस्था का आकार पचास हजार करोड़ रुपये तक पहुँचाया जाए।

महिलाओं और युवाओं के लिए यह पहल नए अवसर लेकर आई है। देवी अहिल्या नारी सशक्तिकरण मिशन के तहत अब पर्यटन, आतिथ्य और हस्तकला क्षेत्र में उन्हें प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।

इस अवसर पर संस्कृति और पर्यटन राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने कहा — “मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश नित नई ऊँचाइयों को छू रहा है। यह सेवा सिर्फ हवाई यात्रा को सरल नहीं बनाएगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था और स्थानीय उत्पादों को भी नई पहचान दिलाएगी।”

पीएमश्री पर्यटन हेलीकॉप्टर सेवा 20 नवम्बर से नियमित रूप से शुरू होगी। यह सेवा लोक-निजी भागीदारी मॉडल के तहत सप्ताह में पाँच दिन संचालित की जाएगी। यात्रियों को इस सेवा में एंड-टू-एंड अनुभव मिलेगा — घर से हेलीपैड तक टैक्सी, होटल में ठहरने की व्यवस्था, मंदिर दर्शन, जंगल सफारी और गाइडेड टूर — सब कुछ एक पैकेज में शामिल होगा।

चाहे उज्जैन का महाकाल हो, ओंकारेश्वर का दिव्य तट, पचमढ़ी की शांत वादियाँ हों या बांधवगढ़ के जंगल — अब हर मंज़िल बस एक उड़ान की दूरी पर है।

यह सिर्फ एक सेवा नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश के आत्मनिर्भर, कनेक्टेड और आधुनिक भविष्य की उड़ान है — एक ऐसी उड़ान, जो विकास को पंख देती है और हर दिल को जोड़ती है।

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