विराट कोहली… नाम ही काफी है! क्रिकेट की दुनिया में जब-जब रिकॉर्ड्स की बात होती है, ये नाम सबसे ऊपर लिखा जाता है। फैंस उन्हें प्यार से “किंग कोहली” कहते हैं — और सच में, उन्होंने अपने बल्ले से ऐसा साम्राज्य खड़ा किया है, जिसे गिराना किसी के बस की बात नहीं। आज विराट कोहली 37 साल के हो चुके हैं, लेकिन उनका जुनून, फिटनेस और क्लास देखकर कोई कह ही नहीं सकता कि उन्होंने पंद्रह से ज़्यादा साल इस खेल को दे दिए हैं।
पांच नवंबर 1988 को दिल्ली में जन्मे इस दिग्गज ने 2008 में टीम इंडिया के लिए कदम रखा था और तब से लेकर अब तक क्रिकेट के हर फॉर्मेट में इतिहास लिखा है। कोहली सिर्फ रन मशीन नहीं हैं, बल्कि एक ऐसी ‘क्रिकेटिंग विरासत’ हैं, जिसे तोड़ने में अच्छे-अच्छों के पसीने छूट जाएंगे।
विराट कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं — उनकी कप्तानी में भारत ने 68 टेस्ट खेले और उनमें से 40 में जीत हासिल की। यह किसी भी भारतीय कप्तान का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड है। उन्होंने SENA देशों में 7 जीत दर्ज कीं और 43 महीनों तक टीम इंडिया को नंबर वन बनाए रखा।

वनडे में कोहली का दबदबा कुछ अलग ही है। उन्होंने 305 मैचों में 57.71 की औसत से 14,255 रन ठोके हैं, जिनमें 51 शतक और 75 अर्धशतक शामिल हैं। खास बात ये कि रन चेज़ में उनका औसत 89.29 है — जो किसी और बल्लेबाज़ के पास नहीं। वह 8,000 से लेकर 14,000 रन तक सबसे तेजी से पहुंचने वाले खिलाड़ी हैं। 2023 वर्ल्ड कप में उन्होंने 765 रन बनाकर ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ का खिताब जीता और भारत को कई मैचों में जीत दिलाई।
विराट कोहली ICC टूर्नामेंट्स में सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ रहे हैं। उन्होंने अब तक 90 मैचों में 61.33 की औसत से 3,800 से ज्यादा रन बनाए हैं और तीन बार ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ बने हैं — जो दुनिया में किसी और के नाम नहीं। नॉकआउट मैचों में उनके 1,000 से ज्यादा रन ये साबित करते हैं कि बड़े मौकों के असली बादशाह सिर्फ विराट हैं।
2023 वर्ल्ड कप में उनका प्रदर्शन तो इतिहास में दर्ज हो गया। उन्होंने 11 पारियों में 765 रन बनाकर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया — जो किसी भी वर्ल्ड कप एडिशन में सबसे ज्यादा है। तीन शतक, छह अर्धशतक और हर मैच में अद्भुत स्थिरता — ये बताता है कि विराट कोहली सिर्फ खिलाड़ी नहीं, क्रिकेट के परफेक्शनिस्ट हैं।
और बात करें ‘चेज़ मास्टर’ की — तो कोहली ने वनडे में टारगेट का पीछा करते हुए 27 शतक ठोके हैं। यह एक ऐसा रिकॉर्ड है, जो आज भी दुनिया से मीलों आगे है। दबाव में, उम्मीदों के बीच, विराट कोहली हमेशा टीम को जीत की राह दिखा देते हैं।
वो सिर्फ रन नहीं बनाते, बल्कि हर स्ट्रोक के साथ एक कहानी लिखते हैं — संघर्ष की, जुनून की और उस अदम्य विश्वास की कि “किंग्स आर नॉट बॉर्न, दे आर मेड… और विराट कोहली इसका जीता-जागता सबूत हैं।”

