बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, सियासी हमले तेज होते जा रहे हैं। सासाराम के न्यू स्टेडियम फजलगंज में हुई एक बड़ी जनसभा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महागठबंधन पर करारा प्रहार किया। योगी आदित्यनाथ स्नेहलता कुशवाहा के समर्थन में वोट मांगने पहुंचे थे, जहां उन्होंने विपक्ष पर सीधा वार करते हुए कहा कि बिहार के लिए संकट लाने वाले वही लोग अब एकजुट होकर महागठबंधन के नाम पर फिर से जनता को ठगने निकले हैं।
योगी ने कहा कि जिन लोगों ने एक समय बिहार को अराजकता और भय के दौर में झोंक दिया था, वही आज फिर से मंच पर आकर जनता को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने तीखे लहजे में कहा — “ये वही लोग हैं जिन्होंने बिहार के किसानों को आत्महत्या के कगार पर ला खड़ा किया, कारोबारियों को डर में जीने पर मजबूर किया और हमारी मां-बहनों की सुरक्षा को खतरे में डाला।”
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि बिहार ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में पिछले 20 सालों में शानदार विकास किया है। सड़क से लेकर शिक्षा, कानून व्यवस्था से लेकर उद्योग तक, बिहार ने एक नई पहचान बनाई है। उन्होंने जनता से अपील की कि अब बिहार को फिर से पुराने अंधकार में नहीं जाने देना है।
योगी बोले — “महागठबंधन सिर्फ सत्ता के लिए बना ठगों का गठबंधन है, जबकि एनडीए का उद्देश्य विकास और सुशासन है। बिहार की जनता अब बहुत समझदार है, वो झूठे वादों और फरेबी गठजोड़ के जाल में नहीं फंसेगी।”
इस मौके पर राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गर्मजोशी से स्वागत किया। मंच पर भाजपा की विधान पार्षद निवेदिता सिंह भी मौजूद थीं।
योगी आदित्यनाथ के इस बयान ने बिहार की राजनीति में नया ताप भर दिया है। अब मुकाबला और तीव्र हो चुका है — एक तरफ एनडीए है जो विकास की बात कर रहा है, और दूसरी तरफ महागठबंधन, जिस पर योगी ने ठगों का ठप्पा लगा दिया है। सवाल अब जनता के सामने है — बिहार को आगे बढ़ाना है या फिर पुराने संकटों की ओर लौटना है।

