बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 121 सीटों पर मतदान जारी है और इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अररिया में चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। जैसे-जैसे मतदान आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे जनता का उत्साह भी चरम पर पहुंच चुका है। लेकिन अररिया की रैली में पीएम मोदी का अंदाज़ साफ बता रहा था कि वे सिर्फ प्रचार करने नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य का विज़न लेकर आए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर सीधा वार करते हुए कहा कि जंगलराज वाले खुद को आपका माई-बाप कहते थे, खुद को शहंशाह समझते थे, लेकिन ये मोदी है – मेरे माई-बाप तो आप जनता-जनार्दन हैं, आप ही मेरे मालिक हैं, आप ही मेरा रिमोट कंट्रोल हैं। उन्होंने कहा कि आपके दादा-दादी के एक वोट ने बिहार को सामाजिक न्याय की भूमि बनाया था, लेकिन फिर 90 का दशक आया और RJD के जंगलराज ने बिहार पर हमला कर दिया।
पीएम ने कहा कि जंगलराज का मतलब है – कट्टा, क्रूरता, कटुता, कु-संस्कार, करप्शन और कुशासन। ये शब्द ही उस दौर की पहचान बन गए थे। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि उस समय बिहार के माता-पिता के सपने कुचल दिए गए, युवाओं की उम्मीदें बुझा दी गईं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 15 साल के जंगलराज में बिहार को सिर्फ और सिर्फ लूट मिली, विकास नहीं। न एक्सप्रेस वे बने, न कोसी नदी पर पुल बने, न कोई टूरिस्ट सर्किट विकसित हुआ, न बच्चों के खेल-कूद के लिए स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बने, न मेडिकल कॉलेज खुले। यहां तक कि उन 15 सालों में बिहार में एक भी IIT या IIM तक नहीं आया। उन्होंने कहा — पूरी एक पीढ़ी का भविष्य RJD के नेताओं ने खा लिया।
मोदी ने कहा कि NDA की सरकार आने के बाद नीतीश कुमार ने बहुत मेहनत से बिहार को जंगलराज से बाहर निकाला है। 2014 में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद विकास की गति कई गुना बढ़ी है। अब पटना में IIT और AIIMS है, बोधगया में IIM खुला है, दरभंगा में नया AIIMS बन रहा है, भागलपुर में IIIT है, और बिहार में अब चार सेंट्रल यूनिवर्सिटी हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि अब बिहार की माताएं-बहनें ठान चुकी हैं कि वे जंगलराज की वापसी नहीं होने देंगी। उन्होंने विश्वास जताया कि इस बार बिहार की जनता विकास, स्थिरता और आत्मनिर्भरता के नाम पर वोट देगी, क्योंकि अब बिहार अंधकार से निकलकर विकास की रोशनी में कदम रख चुका है।

