Khesari Lal Yadav vs Pawan Singh: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में जब छपरा में मतदान चल रहा था, उसी दौरान भोजपुरी इंडस्ट्री के दो बड़े स्टार—खेसारी लाल यादव और पवन सिंह—की बयानबाजी ने सियासी तापमान और बढ़ा दिया। छपरा सीट से उम्मीदवार खेसारी लाल यादव ने वोट डालते हुए जनता से लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की, लेकिन तभी उनका एक पुराना इंटरव्यू फिर से वायरल हो गया।
इस वीडियो में खेसारी कहते नजर आते हैं कि “मेरी पत्नी है, उससे घर में प्यार करता हूं, लेकिन जब बाहर जाता हूं तो एक भाई की तरह व्यवहार करता हूं ताकि उसकी सुरक्षा कर सकूं।” यह बयान पहले भी विवादों में रहा था, और अब चुनावी माहौल में दोबारा सुर्खियां बटोर रहा है।
इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए पावर स्टार पवन सिंह ने पटना में मीडिया से बात करते हुए तंज कस दिया। उन्होंने कहा, “एक कहावत है—अधजल गगरी छलकत जाए, वही हाल उनका है। वो कब क्या बोल देंगे, इसकी कोई गारंटी नहीं। हम तो यह भी नहीं जानते कि कब ऊ बीवी के बहिन बना लिहें, कब ऊ बहिन के बीवी बना लिहें।” पवन सिंह का यह बयान सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया, और भोजपुरी जगत में समर्थकों के बीच बहस छिड़ गई।
वहीं, इस विवाद के बीच निरहुआ यानी दिनेश लाल यादव भी मैदान में उतर आए। उन्होंने खेसारी के राम मंदिर पर दिए एक पुराने बयान को लेकर पलटवार किया और कहा, “तुम्हारा गाना सुनकर कोई प्रोफेसर बन जाएगा? तुम्हारी फिल्म देखकर कोई कॉलेज खुलेगा? हर चीज़ का अपना उद्देश्य होता है, राम मंदिर को लेकर ऐसी बातें करना सिर्फ पब्लिसिटी है।”
अब ये मामला सिर्फ मनोरंजन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि चुनावी सियासत का मुद्दा बन चुका है। एक तरफ खेसारी लाल यादव खुद को जनता का उम्मीदवार बताकर छपरा से मैदान में हैं, वहीं पवन सिंह और निरहुआ बीजेपी के स्टार प्रचारक बनकर मंचों से वार पलटवार कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी ये “भोजपुरी स्टार वॉर” जमकर ट्रेंड कर रही है—जहां फैंस, समर्थक और विरोधी, सभी अपनी राय खुलकर रख रहे हैं।
चुनाव का माहौल है, सियासी बयानबाजी जारी है… लेकिन अब लोगों की निगाहें सिर्फ एक बात पर टिकी हैं—क्या ये स्टार पावर वोट में बदल पाएगी या ये जंग सिर्फ सुर्खियों तक ही सीमित रह जाएगी?

