न्यूजीलैंड के पीएम क्रिस्टोफर लक्सन इन दिनों चीन की यात्रा पर हैं। उन्होंने शी जिनपिंग के साथ मुलाकात में दोनों देशों के व्यापारिक संबंध को मजबूत बनाने के ऊपर जोर दिया गया। न्यूजीलैंड के लिए चीनी बाजार अहम है, न्यूजीलैंड के माल और सेवाओं के निर्यात में चीन की 20% से अधिक हिस्सेदारी है।
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मुलाकात की। लक्सन ने इस बैठक में दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों के महत्व पर जोर दिया। यह बैठक शुक्रवार को हुई। क्रिस्टोफर लक्सन 2023 में प्रधानमंत्री बनने के बाद अपनी पहली चीन यात्रा पर हैं। वे चीन के वाणिज्यिक केंद्र शंघाई में अधिकारियों और व्यापारिक नेताओं के साथ दो दिनों की बैठकों के बाद बीजिंग के लिए रवाना हुए।
लक्सन चीन के साथ स्वस्थ व्यापार संबंध बनना चाहते हैं। चीन न्यूजीलैंड के उत्पादों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है। वे चीन के भू-राजनीतिक मतभेदों और अमेरिका के साथ चीन के टकराव को नजरअंदाज करके व्यापार वार्ता पर जोर दे रहे हैं। न्यूजीलैंड के माल और सेवाओं के निर्यात में चीन का योगदान 20 प्रतिशत से अधिक है। न्यूजीलैंड ने इस सप्ताह चीनी पर्यटकों के लिए वीजा में सीमित ढील देने की घोषणा की, जो पर्यटन राजस्व का एक प्रमुख स्रोत है।
बैठक में दूसरे मुद्दों को भी उठाया
बैठक के बाद उन्होंने कहा कि हमारे व्यापारिक और आर्थिक संबंध एक-दूसरे के पूरक हैं और दोनों देशों की समृद्धि में योगदान करते हैं। लक्सन ने कहा इस बैठक में दूसरे मुद्दों को भी उठाया गया। इसमें हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चल रहे तनाव को कम करने की जरूरत और युद्ध जैसी वैश्विक चुनौतियों को हल करने के लिए चीन की ओर से निभाई जा सकने वाली बड़ी भूमिका को बताया। लक्सन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बैठक से संबंधित पोस्ट किया। इसमें कहा गया कि एक जटिल दुनिया में, खुला संवाद पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।
शी ने मतभेदों को दूर करने पर दिया जोर
चीनी सरकारी मीडिया ने बताया कि शी ने कहा कि दोनों देशों को अपने मतभेदों को दूर रखते हुए साझा आधार पर सहमत होने की जरूरत है। उन्होंने व्यापार और निवेश सहयोग को गहरा करने और जलवायु जैसे क्षेत्रों में सहयोग की संभावना तलाशने का आह्वान किया।
चीन ने किए न्यूजीलैंड और कुक द्विप के संबंध खराब
यह वार्ता ऐसे समय में हुई है, जब चीन और कुक द्वीप समूह के बढ़ते संबंधों को लेकर न्यूजीलैंड ने चिंता जताई। एक दिन पहले न्यूजीलैंड ने बड़ा कदम उठाते हुए कुक द्विप को दी जाने वाली लाखों डॉलर की मदद को रोक दिया। दरअसल, न्यूजीलैंड प्रशांत महासागर के इस छोटे से द्विप का सबसे बड़ा वित्तपोषक है। हाल के वर्षों में चीन के साथ संबंधों को लेकर अन्य प्रशांत द्वीपों और उनके बड़े क्षेत्रीय समर्थकों ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच संबंध खराब हुए हैं। इसके पीछे है चीन, जो प्रशांत क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाता जा रहा है।
लक्सन के कार्यालय ने बताया कि वे अगले दौरे पर यूरोप जाएंगे, जहां उनकी ब्रुसेल्स और नीदरलैंड में बैठकें होंगी। वह यूरोपीय संघ के नेताओं के साथ व्यापार, सुरक्षा और भू-राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। नीदरलैंड में, वह अगले सप्ताह हेग में होने वाले नाटो शिखर सम्मेलन में आमंत्रित अतिथि हैं।