बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का प्रचार आज अपने अंतिम पड़ाव पर है, और इसी दिन महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव अपना जन्मदिन भी मना रहे हैं। लेकिन इस खास मौके पर भी तेजस्वी ने जश्न से ज़्यादा जनता को तरजीह दी। सुबह-सुबह वे रोहतास जिले के दिनारा पहुंचे, जहां उन्होंने एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया और बिहार के भविष्य को लेकर भावनात्मक अपील की।
मंच से तेजस्वी यादव ने कहा— “अब वक्त बहुत कम है, मेरे पास आज 16 जनसभाएं करनी हैं। मैं आप सबसे निवेदन करता हूं, इस बार महागठबंधन को भारी मतों से जिताइए, एक मौका तेजस्वी को दीजिए, एक मौका युवाओं को दीजिए।” उन्होंने कहा कि अगर बिहार की जनता उन्हें अवसर देती है, तो उनकी सरकार बनने के बाद हर घर में सरकारी नौकरी होगी। साथ ही उन्होंने वादा किया कि सरकार बनने के 14 जनवरी तक माताओं और बहनों के खाते में 30 हजार रुपये भेजे जाएंगे, और पेंशन की राशि बढ़ाकर 1500 रुपये कर दी जाएगी।
तेजस्वी ने अपने भाषण में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और किसानों के उत्थान से जुड़ी योजनाओं का भी विस्तार से ज़िक्र किया। उन्होंने कहा— “हम बिहार को एक ऐसा राज्य बनाना चाहते हैं जहां कोई बेरोजगार न हो, किसान खुशहाल हों और युवाओं को अपने गांव में ही अवसर मिलें।”
अपने जन्मदिन का जिक्र करते हुए तेजस्वी यादव ने मुस्कुराते हुए कहा— “आज मेरा जन्मदिन है, लेकिन मुझे किसी तोहफे की जरूरत नहीं। मुझे सिर्फ आप सबका प्यार, आशीर्वाद और ताकत चाहिए ताकि हम इस बेईमान सरकार को उखाड़ फेंकें।” उन्होंने लोगों से ‘लालटेन’ को वोट देने की अपील करते हुए कहा कि अब बिहार को नई दिशा देने का वक्त आ गया है।
जनसभा के बाद समर्थकों ने मंच पर ही उनका जन्मदिन मनाया। केक काटा गया, नारों की गूंज के बीच माहौल जोश से भर उठा, लेकिन तेजस्वी ज्यादा देर नहीं रुके। उन्होंने समर्थकों को धन्यवाद दिया और तुरंत अगली जनसभा के लिए रवाना हो गए।
इससे पहले पटना में मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा था— “बिहार की जनता इस बार बदलाव के मूड में है। लोग आशीर्वाद दे रहे हैं, माहौल पूरी तरह हमारे पक्ष में है। प्रधानमंत्री और उनके मंत्री 65% आरक्षण पर कुछ नहीं बोल रहे हैं, जबकि उन्हें बताना चाहिए कि बिहार को कितना मिला और गुजरात को कितना।” उन्होंने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाते हुए कहा— “अगर CCTV गायब हो रहे हैं और पर्चियां लीक हो रही हैं तो यह आयोग की जिम्मेदारी है।”
तेजस्वी यादव ने अपने जन्मदिन को प्रचार, जनता और परिवर्तन को समर्पित कर दिया है। उनका संदेश साफ है— इस बार तोहफे नहीं, भरोसा चाहिए… ताकि बिहार को एक नई शुरुआत दी जा सके।

