भोपाल। मध्यप्रदेश में लव जिहाद के मामलों ने एक बार फिर हलचल मचा दी है। पिछले 36 घंटों में दो बड़े हाई प्रोफाइल केस सामने आए हैं, और बीते 30 दिनों में प्रदेशभर से 70 से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इन बढ़ते मामलों के बीच अब राजधानी भोपाल से एक बड़ी पहल शुरू होने जा रही है। पहली बार लव जिहाद पीड़िताओं के लिए “सनातनी घर वापसी शिविर” आयोजित किया जाएगा। इस शिविर का आयोजन साधु, संत, संन्यासी और विभिन्न हिंदू संगठनों के संयुक्त प्रयास से किया जाएगा, जिसमें पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
जानकारी के मुताबिक, यह शिविर फरवरी महीने में भोपाल में लगाया जाएगा। इस निर्णय पर सहमति साधु, संत, संन्यासियों और हिंदू संगठनों की संयुक्त बैठक में बनी। अखिल भारतीय साधु-संत संन्यासी समिति के अध्यक्ष और महामंडलेश्वर अनिलानंद महाराज ने कहा कि मध्यप्रदेश अब लव जिहाद का गढ़ बन गया है। देशभर में सबसे अधिक घटनाएं यहीं से सामने आ रही हैं। कई पीड़िताएं अपनी गलती को समझकर घर वापसी करना चाहती हैं, और इस शिविर के ज़रिए उन्हें वही अवसर दिया जाएगा।
महाराज ने कहा कि अगर कोई पीड़िता वैधानिक कार्रवाई नहीं चाहती, तो उसकी मंशा का पूरा सम्मान किया जाएगा। शिविर के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया जाएगा, जिसकी घोषणा जनवरी में मकर संक्रांति के दिन की जाएगी।
सबसे अहम बात यह है कि इस पूरी प्रक्रिया में पीड़िताओं की पहचान और जानकारी को पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा। किसी भी जिले से मदद की ज़रूरत होने पर विशेष दल तुरंत रवाना किया जाएगा, ताकि पीड़िता को सुरक्षित तरीके से सहायता मिल सके।
यह पहल न केवल मध्यप्रदेश में बल्कि पूरे देश में एक मिसाल बनने जा रही है — क्योंकि पहली बार लव जिहाद के पीड़ितों के पुनर्वास और घर वापसी के लिए साधु-संत, संगठन और प्रशासन एक साथ आगे आ रहे हैं।

