बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों की तस्वीर अब लगभग साफ होती जा रही है और पूरा बिहार इस वक्त मानो भगवा रंग में रंगा दिखाई दे रहा है। 243 सीटों के रुझानों में एनडीए ने ऐसा तूफ़ानी प्रदर्शन किया है कि महागठबंधन तिनका-तिनका होकर बिखरता दिख रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी ने इस बार ऐसा राजनीतिक भूचाल लाया है कि आठ घंटे की मतगणना के बाद एनडीए 191 सीटों पर आगे पहुंच चुका है, जबकि महागठबंधन सिर्फ 50 सीटों पर सिमटता नजर आ रहा है। नक्शे पर पूरा बिहार केसरिया होता दिख रहा है और माहौल पूरी तरह एनडीए के पक्ष में झुक गया है।
प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी का इस चुनाव में खाता खुलने की संभावना बेहद कम दिखाई दे रही है। वहीं, निर्दलीय समेत अन्य 4 सीटों पर उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए हैं। इस बार दो चरणों में 67.10% वोटिंग हुई, जो ऐतिहासिक है और 2020 चुनाव से करीब 10% ज्यादा है।
बड़े चेहरों की बात करें तो राघोपुर से तेजस्वी यादव एनडीए उम्मीदवार सतीश यादव से पीछे चल रहे हैं। तेजप्रताप यादव भी महुआ से पिछड़ रहे हैं। दूसरी तरफ सम्राट चौधरी तारापुर से लीड कर रहे हैं। रघुनाथपुर में शाहाबुद्दीन के बेटे ओसामा फिर बढ़त में हैं। दानापुर से बाहुबली और आरजेडी प्रत्याशी रीतलाल यादव आगे चल रहे हैं, जबकि अलीनगर से भोजपुरी सिंगर और बीजेपी प्रत्याशी मैथिली ठाकुर बढ़त बनाए हुए हैं। छपरा से आरजेडी और भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल यादव अब पीछे हो गए हैं।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार बीजेपी इस बार सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभर रही है। बीजेपी 85 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, वहीं नीतीश कुमार की जेडीयू 76 सीटों पर आगे चल रही है। आरजेडी 34 सीटों पर सिमटी दिख रही है, जबकि लोजपा (रामविलास) 22 सीटों पर आगे चल रही है।
नतीजे भले आधिकारिक न हों, लेकिन रुझान ये साफ कह रहे हैं कि बिहार में इस बार एनडीए सिर्फ जीत नहीं रहा… शायद इतिहास रचने की तैयारी में है।

