पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में राजद की जबरदस्त हार के बाद राजधानी पटना की दीवारों पर राजनीति का नया रंग चढ़ गया है—कटाक्ष, व्यंग्य और तंज से भरे पोस्टरों का तूफ़ान। शहर की सड़कों पर ऐसे पोस्टर लगने शुरू हुए कि सोशल मीडिया पर तस्वीरें आग की तरह फैल गईं और माहौल एक बार फिर गरम हो गया।
डाकबंगला चौराहे से लेकर राजेंद्र नगर तक जिस पोस्टर ने सबसे ज़्यादा सुर्खियां बटोरी हैं, वह है— गांधारी पोस्टर। इसमें लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और संजय यादव नजर आते हैं। लेकिन सबसे ध्यान खींचने वाली बात है—राबड़ी देवी की आंखों पर बंधी सफेद पट्टी… उन्हें सीधे-सीधे गांधारी के रूप में दिखाया गया है।
पोस्टर में सीन कुछ ऐसे रचा गया है कि लालू यादव, संजय यादव से पूछते दिखते हैं— “संजय, देखो तुमको क्या दिख रहा है?” और संजय यादव जवाब देते हैं— “महाराज, हमें तो सिर्फ हरियाणा का मॉल दिख रहा है!”
ये एक लाइन ही काफी है समझने के लिए कि निशाना किस पर साधा गया है और राजद की हार के बाद कैसा व्यंग्य उछाला जा रहा है। किसी व्यक्ति या संगठन का नाम पोस्टर पर नहीं है, जिससे ये रहस्य और बढ़ गया है कि इसे लगवाया किसने।
शहर में लोग इसे लेकर खूब चर्चा कर रहे हैं। कोई इसे राजनीतिक व्यंग्य का मज़ेदार नमूना बता रहा है, तो कोई कह रहा है कि यह अनावश्यक विवाद को हवा देने वाला कदम है। उधर राजद समर्थक साफ-साफ कह रहे हैं—ये विपक्ष की सोची-समझी रणनीति है, ताकि हार के बाद पार्टी की छवि पर और चोट की जाए।
चुनाव परिणाम आने के बाद जिस तरह ऐसे पोस्टर लगातार सामने आ रहे हैं, वह साफ संकेत देता है कि बिहार की राजनीति में पोस्टर-वार अब एक नई परंपरा की तरह उभर रही है।
राजद की आधिकारिक प्रतिक्रिया अब तक नहीं आई, लेकिन पटना की हवा में सबसे ज्यादा चर्चा—इसी एक पोस्टर की है।
यानी चुनाव भले खत्म हो गया हो… लेकिन राजनीति? वो अभी भी दीवारों पर पूरी तरह जिंदा है।

