पटना। बिहार चुनाव में एनडीए को 200 से ज्यादा सीटें मिलने के बाद राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। इसी बीच पूर्व सांसद आनंद मोहन ने महागठबंधन और खासकर तेजस्वी यादव पर करारा तंज कसा है। आनंद मोहन ने कहा कि वो पहले ही बता चुके थे कि बिहार में मुख्यमंत्री की कोई वैकेंसी नहीं है, और चुनाव परिणाम ने इसे साबित कर दिया।
उन्होंने आगे कहा कि लालू प्रसाद यादव को अपने परिवार को लेकर गंभीर निर्णय लेने चाहिए। रोहिणी आचार्य के मामले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी परिवार में ऐसी स्थिति नहीं होनी चाहिए। लालू यादव को देखना चाहिए कि कौन उनकी पार्टी को डुबो रहा है और कौन सही काम कर रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि लालू यादव आगे आएं और परिवार के विवाद को रोकें, क्योंकि अभी भी चीज़ें संभाली जा सकती हैं।
बिहार की कुल 243 सीटों में इस बार एनडीए ने 202 सीटें हासिल की हैं। बीजेपी 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी, जेडीयू को 85, एलजेपी (आर) को 19, हम को 5 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 4 सीटें मिलीं। वहीं महागठबंधन सिर्फ 36 सीटों पर सिमट गया, जबकि अन्य दलों को 6 सीटें मिलीं।
चुनाव नतीजों ने साफ कर दिया है कि जनता ने बिहार में एनडीए को मजबूत सरकार देने का फैसला किया है। दूसरी ओर महागठबंधन को करारी हार झेलनी पड़ी है। राजद ने सोशल मीडिया पर कहा है कि उनकी पार्टी हमेशा गरीबों और वंचितों के साथ खड़ी है, लेकिन नतीजे बताते हैं कि जनता ने इस बार किस पर भरोसा जताया है।

