भोपाल। सिंहस्थ लैंड पुलिंग को लेकर चल रहा विवाद अब एक बड़े मोड़ पर पहुंच गया है। किसानों की लगातार उठाई गई आवाज़ और जनविरोध के बीच आखिरकार सरकार ने पीछे हटने का फैसला लिया है। इस फैसले के बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर सरकार को आड़े हाथों लिया और इसे किसानों की ऐतिहासिक जीत बताया।
उन्होंने लिखा कि सिंहस्थ की तैयारियों के नाम पर उज्जैन के किसानों की ज़मीन छीनने की जो कोशिश हो रही थी, वो जनविरोध के आगे टिक नहीं पाई। सिंघार ने कहा कि उन्होंने शुरुआत से ही साफ कर दिया था—किसानों पर अन्याय करोगे तो जवाब देना पड़ेगा, और आज वही हुआ। सरकार को अपनी लैंड पुलिंग नीति वापस लेनी पड़ी।
उमंग सिंघार ने आगे कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को लगातार विधानसभा में भी उठाया और जनता के बीच भी किसानों की आवाज़ को मजबूत किया। उनका दावा है कि किसानों के हक की इस लड़ाई में वे पहले भी साथ थे और आगे भी मजबूती से खड़े रहेंगे।
उज्जैन के किसानों के लिए यह फैसला एक राहत की तरह आया है, वहीं आने वाले सिंहस्थ से पहले सरकार के फैसले पर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।

