पटना। लालू यादव के परिवार से जुड़ा विवाद फिलहाल बिहार ही नहीं, पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। राबड़ी आवास के बाहर राजद कार्यकर्ताओं द्वारा संजय यादव के खिलाफ प्रदर्शन और भाजपा नेताओं द्वारा तेजस्वी व संजय यादव पर सवाल उठाने के बाद इस मुद्दे ने और तूल पकड़ लिया है। अब इस मामले में बिहार राज्य महिला आयोग भी सामने आ गया है और स्पष्ट कर दिया है कि रोहिणी आचार्य के साथ जो हुआ, वह गंभीर हरासमेंट का मामला है।
महिला आयोग की अध्यक्ष अप्सरा मिश्रा ने कहा कि रोहिणी आचार्य के वीडियो और बयान सुनकर साफ लगता है कि उनके साथ अत्याचार हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि चप्पल मारने जैसी बातें बेहद संवेदनशील और अपमानजनक हैं, और किसी भी महिला को इस तरह से नीचा दिखाने का अधिकार किसी को नहीं है।
अध्यक्ष ने आगे बताया कि अगर रोहिणी आचार्य खुद आयोग को आवेदन देती हैं तो तुरंत कार्रवाई शुरू की जाएगी। लेकिन खास बात यह है कि आवेदन न मिलने की स्थिति में भी आयोग स्वयं संज्ञान लेकर दोषियों पर कार्रवाई करेगा। यानी इस मामले में महिला आयोग पूरी तरह सक्रिय है और किसी भी तरह की लापरवाही या दुर्व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करने के मूड में है।
सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहे बयान और वीडियो इस मामले को और संवेदनशील बना रहे हैं, और अब नजरें इस बात पर हैं कि रोहिणी आचार्य की ओर से औपचारिक शिकायत होती है या महिला आयोग खुद कदम बढ़ाता है।

