पटना। पटना की राजनीति इस समय अपने चरम पर है, क्योंकि अब मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की आखिरी तैयारियाँ पूरी की जा रही हैं। बुधवार को सीएम हाउस में जेडीयू विधायक दल की बैठक हुई, जहाँ सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को विधान मंडल दल का नेता चुना गया। बैठक में सभी नवनिर्वाचित विधायक और जेडीयू के शीर्ष नेता मौजूद रहे, जिनमें केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, जेडीयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा, मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे।
नीतीश कुमार को नेता चुने जाने के साथ ही अब 20 तारीख को सीएम पद की शपथ लेने की औपचारिक तैयारी शुरू हो चुकी है। गुरुवार को सुबह 11:30 बजे पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा और इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने पुष्टि की है कि मंत्रिमंडल में जेडीयू कोटे से करीब 13 मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है।
उधर, पटना में राजनीतिक हलचल लगातार तेज होती जा रही है क्योंकि कुछ ही देर में अमित शाह के पहुंचने की संभावना है। अमित शाह नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे और इस दौरान मंत्रियों की सूची को लेकर अंतिम निर्णय भी लिया जा सकता है। राजनीतिक गलियारों में सबसे ज्यादा चर्चा इस बात पर है कि शपथ ग्रहण समारोह के बाद किन-किन विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा और एनडीए के भीतर सीटों व विभागों का बंटवारा किस तरह तय होगा। भाजपा की आंतरिक रणनीति और सहयोगी दलों की मांगें भी इस मुलाकात में अहम भूमिका निभाने वाली हैं। नई सरकार बनने की तैयारियाँ पूरी रफ्तार पर हैं और पटना में माहौल बिल्कुल चुनावी गर्मी जैसा हो चुका है।

