देवास। इंटरनेशनल जुजित्सु खिलाड़ी रोहिणी कलम की आत्महत्या केस में नया बड़ा खुलासा सामने आया है। पुलिस जांच में पता चला है कि रोहिणी के कोच विजेंद्र खरसोदिया और मध्य प्रदेश जुजित्सु संघ के उपाध्यक्ष प्रीतम सिंह उसकी निजी जिंदगी में जरूरत से ज्यादा दखल देते थे। दोनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और SC-ST एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की जा चुकी है। प्रीतम सिंह को जेल भेज दिया गया है और कोच विजेंद्र को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
पिछले महीने रोहिणी ने अपने घर पर फांसी लगाकर जान दे दी थी। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था, जिसके कारण जांच मुश्किल हो रही थी। लेकिन जांच में सामने आया कि रोहिणी ज्यादातर समय अपने कोच विजेंद्र और प्रीतम सिंह से बात किया करती थी। परिवार वालों को शुरू से ही दोनों पर शक था। परिजनों का कहना है कि रोहिणी लंबे समय से मानसिक रूप से परेशान चल रही थी और उस पर लगातार दबाव डाला जा रहा था।
रोहिणी की बहन रोशनी कलम ने भी पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि कोच और उपाध्यक्ष दोनों बहन की निजी जिंदगी में जरूरत से ज्यादा हस्तक्षेप करते थे। रोशनी ने पूरे मामले की CBI जांच की मांग की है ताकि सच सामने आ सके।
इधर, बीएनपी थाना प्रभारी अमित सोलंकी ने बताया कि शुरुआती जांच में दोनों आरोपियों द्वारा रोहिणी को परेशान किए जाने के प्रमाण मिले हैं। एक आरोपी को कोर्ट ने जेल भेज दिया है और दूसरा आरोपी कोच विजेंद्र खरसोदिया भी गिरफ्तार हो चुका है। मामला अभी आगे जांच में है।

