सीएम योगी आदित्यनाथ के विजन का नतीजा: पिछले 8 सालों में पूर्वांचल के इंडस्ट्रियल ग्रोथ इंजन के रूप में उभरा GIDA

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और राज्य की इन्वेस्टर-फ्रेंडली पॉलिसी के चलते गोरखपुर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी GIDA पूर्वांचल का सबसे तेजी से बढ़ता औद्योगिक केंद्र बन चुका है। पिछले आठ सालों में यहां मैन्युफैक्चरिंग, इन्वेस्टमेंट और रोजगार के नए अवसर बने हैं।

GIDA 29 नवंबर से 1 दिसंबर तक तीन दिवसीय समारोह के साथ अपना 36वां स्थापना दिवस मना रहा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समारोह का उद्घाटन करेंगे, जमीन अलॉटमेंट सर्टिफिकेट देंगे, नए इंडस्ट्रियल यूनिट्स का शिलान्यास करेंगे और कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करेंगे। साथ ही राज्य स्तरीय ट्रेड फेयर का भी शुभारंभ करेंगे, जिससे हजारों करोड़ के निवेश और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।

हालांकि GIDA की स्थापना 30 नवंबर 1989 को हुई थी, लेकिन असली तेजी 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद आई। इससे पहले यहां इंडस्ट्रियल गतिविधि बेहद सीमित थी। पिछले आठ वर्षों में GIDA न केवल स्थानीय उद्यमियों के लिए बल्कि पूरे भारत की बड़ी कंपनियों के लिए भी निवेश का पसंदीदा स्थल बन गया है।

सीएम योगी की मजबूत कानून-व्यवस्था, इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी और प्रोग्रेसिव पॉलिसी ने मिलकर पूर्वांचल में फलता-फूलता औद्योगिक माहौल तैयार किया है। उनके पर्सनल इन्वॉल्वमेंट से विकास की रफ्तार और तेज हुई है।

इस दौरान केयान इंडस्ट्रीज (1200 करोड़), वरुण बेवरेजेज पेप्सिको फ्रेंचाइजी (1100 करोड़), अंकुर उद्योग (500 करोड़), इंडिया ऑटोव्हील्स (400 करोड़), SD इंटरनेशनल (300 करोड़), CP मिल्क एंड फूड्स / ज्ञान डेयरी (118 करोड़), तत्व प्लास्टिक्स (105 करोड़), और कपिला एग्रो (100 करोड़) जैसी बड़ी कंपनियों ने निवेश किया है।

पिछले आठ सालों में गोरखपुर में 497 यूनिट्स में 11,618 करोड़ से अधिक का औद्योगिक निवेश हुआ है, जिससे 39,448 लोगों को रोजगार मिला है। जबकि 2012-2017 के बीच केवल दो यूनिट्स में 29 करोड़ का निवेश हुआ था और 307 लोगों को नौकरी मिली थी।

GIDA के CEO अनुज मलिक के अनुसार, 36वें स्थापना दिवस पर 116 इंडस्ट्रियल प्लॉट्स का अलॉटमेंट हो चुका है, जिनका कुल प्रस्तावित निवेश लगभग 6,139 करोड़ है और ये 11,072 नए रोजगार पैदा करेंगे। पांच निवेशकों को फाउंडेशन डे पर मुख्यमंत्री से सर्टिफिकेट मिलेंगे। 38 नई यूनिट्स का फाउंडेशन स्टोन रखा जाएगा जिनका निवेश 134 करोड़ है, जबकि 33 पूरी हुई यूनिट्स जिनका निवेश 124 करोड़ है, का उद्घाटन होगा। ये यूनिट्स मिलकर 2,700 से अधिक रोजगार देंगे।

36वें स्थापना दिवस के मौके पर एक राज्य स्तरीय ट्रेड फेयर का आयोजन होगा जिसमें बड़ी कंपनियों के उत्पाद और वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) पर खास ध्यान दिया जाएगा। मेले में सरकारी विभागों के प्रदर्शनी स्टॉल भी होंगे जो विकास और कल्याण योजनाओं को प्रदर्शित करेंगे।

GIDA 408 करोड़ के 114 इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास करेगा, जिनमें सड़क, ड्रेनेज, पुलिया और बिजली से जुड़ा काम शामिल है।

लोकल युवाओं को स्किल डेवलपमेंट देने के लिए GIDA ने NIELIT के साथ MoU किया है, जिसके तहत 9,280 वर्ग मीटर कैंपस स्पेस फ्री में दिया गया है। अब तक 817 युवाओं को मशीन लर्निंग, जावा प्रोग्रामिंग, CCC, O लेवल और नेटवर्क बेसिक्स जैसे 13 कोर्स में प्रशिक्षण मिल चुका है। फाउंडेशन डे पर मुख्यमंत्री प्रशिक्षित युवाओं को सर्टिफिकेट देंगे।

छोटे उद्यमियों को सपोर्ट देने के लिए GIDA 10,800 वर्ग मीटर में मल्टी-स्टोरी फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स बना रहा है, जो G+3 इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ प्लग-एंड-प्ले फैसिलिटी के रूप में तैयार होगा। यहां 80 यूनिट्स होंगी और चालू होने पर 200 करोड़ का निवेश और लगभग 1,000 नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

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