मध्यप्रदेश के सागर जिले के बीना विधानसभा क्षेत्र से एक दर्दनाक मामला सामने आया है, जहाँ आदिवासी मजदूरों को कर्नाटक में बंधक बनाकर जबरन मजदूरी कराई जा रही है। ये खुलासा तब हुआ जब मजदूरों ने खुद एक वीडियो भेजकर मदद की गुहार लगाई और रोते-बिलखते कहा—“हमें यहाँ से निकालो… हमें घर ले चलो…”।
ग्राम कंजिया और आसपास के इलाकों के करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा मजदूर रोज़गार की तलाश में निकले थे। उन्हें बताया गया था कि काम भोपाल के पास मिलेगा, लेकिन धोखे से उन्हें कर्नाटक ले जाया गया। वहाँ पहुँचते ही इन्हें बंधक बनाकर कठोर मजदूरी कराई जा रही है। मजदूरों ने अपने परिवार वालों को ये जानकारी दी, जिसके बाद परिजनों ने कंजिया पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस मामले की जांच में जुटी ही थी कि तभी मजदूरों का वीडियो सामने आया, जिसमें वे थके हुए, टूटे हुए और डरे हुए नज़र आ रहे हैं।
वीडियो में उनकी आवाज़ में डर साफ झलकता है—वे कह रहे हैं कि उन्हें बाहर जाने नहीं दिया जाता, फोन भी छीन लिया जाता है, और जान से मारने की धमकी दी जाती है। शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे एसडीओपी नितेश पटेल ने बताया कि सागर एसपी ने कर्नाटक के संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक से बात की है। कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द सभी मजदूरों को सुरक्षित वापस लाया जा सके।
यह घटना फिर से एक बड़ा सवाल खड़ा करती है कि रोज़गार के बहाने गरीब और आदिवासी मजदूरों को किस तरह राज्यों के बाहर ले जाकर बंधुआ मजदूरी कराई जा रही है। फिलहाल पुलिस की कार्रवाई जारी है और प्रदेश भर में मजदूरों की सुरक्षा को लेकर फिर से चिंता बढ़ गई है।

