भोपाल में आयोजित कलेक्टर- कमिश्नर कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने विंध्य क्षेत्र में कोरेक्स जैसे नशे के सिरप पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा, साथ ही बालाघाट और मंडला में नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए ठोस रणनीति पर काम करने को कहा। सीएम ने साफ कहा कि ड्रग्स और नशे के फैलते जाल को रोकने के लिए प्रशासन को तेज़ी और सख्ती दोनों के साथ काम करना होगा।
दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में कुल आठ सत्र हुए, जिसमें नगरीय विकास से लेकर कानून व्यवस्था तक पर विस्तृत चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने तीन महीने और बारह महीने के लक्ष्य तय किए हैं। उन्होंने शिक्षकों की उपस्थिति सुधारने के लिए ई-अटेंडेंस सिस्टम को और मज़बूत करने के निर्देश दिए, वहीं ग्रामीण इलाकों में जल जीवन मिशन को और तेज़ी से आगे बढ़ाने पर भी ज़ोर दिया।
पीएम आवास योजना में मध्य प्रदेश को देश में अव्वल बताते हुए उन्होंने कहा कि अब दूसरे चरण की तैयारियों को भी तेज़ किया जाए। कानून व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए फोर्स मूवमेंट बढ़ाने की बात कही गई। किसानों को प्राकृतिक खाद के उपयोग के लिए प्रेरित करने, और माओवाद से प्रभावित बालाघाट-मंडला को नक्सलियों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए भी स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए।
सीएम ने नशे के कारोबार पर सख्ती के लिए विशेष रूप से विंध्य क्षेत्र में कोरेक्स पर रोक लगाने की बात कही। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार और पड़ोसी राज्यों के साथ तालमेल बनाकर इस अवैध कारोबार पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
विजन डॉक्यूमेंट पर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने हर विधानसभा क्षेत्र में वीसी सेट लगाने के निर्देश दिए, ताकि प्रभारी मंत्री और जनप्रतिनिधि मिलकर विकास का रोडमैप जनता तक पहुंचा सकें। गौशालाओं में गौ पूजन जैसे आयोजनों में सभी विधायकों और प्रभारी मंत्रियों की भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि शासन की सभी योजनाओं की मॉनिटरिंग की जा रही है और प्रशासनिक तंत्र को मज़बूती से काम करना होगा।
कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम ने छिंदवाड़ा में हुए कोल्ड्रिफ सिरप कांड पर भी नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को घेरा। उन्होंने कहा कि यह एक दुखद घटना है और इसे लेकर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री खुद नागपुर और छिंदवाड़ा के प्रभावित क्षेत्रों में जाकर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हम सबकी सामूहिक ज़िम्मेदारी है और विपक्ष को भी सही जानकारी देनी चाहिए।
आठ साल बाद हुई इस बड़ी कॉन्फ्रेंस में सीएम मोहन यादव ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को एकजुट होकर प्रदेश के विकास, कानून व्यवस्था और समाज को नशे से मुक्त करने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया।
