चलती ट्रेन में जन्मी जिंदगी – मानवीयता की मिसाल बनी रेलवे यात्रा

मध्य प्रदेश के गंजबासौदा में चलती ट्रेन में एक ऐसा चमत्कार हुआ, जिसने एक बार फिर साबित कर दिया कि मुश्किल वक्त में अजनबी भी परिवार बन जाते हैं। आज़मगढ़ से मुंबई जा रही ट्रेन नंबर 20104 में सफर कर रही उत्तर प्रदेश की एक गर्भवती महिला को बीना स्टेशन पार करते ही अचानक तेज प्रसव पीड़ा होने लगी। हालात गंभीर थे, लेकिन कोच में मौजूद महिला यात्रियों ने बिना एक पल गंवाए उसकी मदद के लिए हाथ बढ़ा दिया। ट्रेन की रफ्तार के बीच, हिलते डिब्बे में ही लोगों ने मिलकर सुरक्षित डिलीवरी कराई और महिला ने एक सुंदर बच्ची को जन्म दे दिया।

जैसे ही इस घटना की सूचना रेलवे कंट्रोल तक पहुंची, ट्रेन को तुरंत अगले स्थानीय स्टेशन पर रुकवाया गया। स्टेशन पर मेडिकल टीम और एंबुलेंस पहले से तैयार थी। प्रसूता और नवजात को उतारकर सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत देखते हुए उन्हें विदिशा रेफर कर दिया गया।

अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले की निवासी रजिया खातून ने बच्ची को जन्म दिया है। उनका हीमोग्लोबिन बेहद कम, सिर्फ 4 ग्राम पाया गया, और नवजात का वजन लगभग 1 किलो 800 ग्राम था। इसी वजह से मां और बच्ची दोनों को बेहतर इलाज के लिए जिला मुख्यालय भेजा गया।

चलती ट्रेन में जन्मी ये नन्ही जान सिर्फ एक खबर नहीं… ये याद दिलाती है कि इंसानियत अभी भी जिंदा है, और संकट की घड़ी में अनजान लोग भी किसी देवदूत से कम नहीं होते।

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