लखनऊ। संसद के शीतकालीन सत्र के बीच समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का एक सख्त और साफ बयान सामने आया है। अखिलेश यादव ने कहा कि विपक्ष कभी ड्रामा नहीं करता… बल्कि ड्रामा करने वालों को रोकता है और याद दिलाता है कि आपने अपने घोषणा पत्र में जो वादे किए हैं, पहले उन्हें पूरा करिए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की जिम्मेदारी बनती है कि वो हर नागरिक का वोट सुनिश्चित करे, और हम इसीलिए लगातार मेहनत कर रहे हैं ताकि हमारे वोट कट न जाएं।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा की रणनीति साफ दिखाई दे रही है—जिन बूथों पर विपक्ष मजबूत है, वहीं सबसे ज्यादा वोट काटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र तभी मजबूत होगा जब संविधान के तहत हर नागरिक का वोट सुरक्षित रहेगा और PDA समाज की आवाज को ताकत मिलेगी। उन्होंने याद दिलाया कि बाबा साहेब अंबेडकर ने हमें आजादी के बाद एक मूल्यवान अधिकार दिया—वोट का अधिकार—और आज उसी अधिकार पर खतरा दिख रहा है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में हार के बाद बेचैनी में है। लोकतंत्र बचाने की जो बात कही जा रही है, वो तभी संभव है जब किसी भी मतदाता के वोट डालने के अधिकार को छीना न जाए। SIR को लेकर जो चिंताएं थीं, वो अब हकीकत बनकर सामने आ रही हैं। अगर एक आम आदमी का वोट ही कट गया, तो उसके सपने कैसे पूरे होंगे?
अखिलेश यादव ने कहा—हर मतदाता का सपना यही है कि उसका वोट उसके अधिकार के तहत पड़े। अगर वह किसी से नाराज है तो उसके खिलाफ वोट डालकर अपने मन की बात रखे, और अगर समर्थक है तो पक्ष में वोट दे सके। यही लोकतंत्र की असली ताकत है, और इसे सुरक्षित रखना ही सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।

