भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में आज एक बड़ा प्रस्ताव सामने आया, जहां नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने नगर पालिका और नगर परिषद के चुनावों को प्रत्यक्ष यानी डायरेक्ट कराने के लिए संशोधन विधेयक पेश किया। मंत्री विजयवर्गीय का कहना है कि प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराए जाने पर पार्षदों द्वारा अध्यक्षों पर बनाए जाने वाला दबाव खत्म होगा और विकास कार्यों में तेजी आएगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह बिल सर्वसम्मति से पास होगा क्योंकि विपक्ष के कई विधायक भी प्रत्यक्ष चुनाव की प्रणाली को सही मानते हैं।
वहीं, विधायक जयवर्धन सिंह ने इस प्रस्ताव पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रत्यक्ष चुनाव से पार्षदों की भूमिका कमजोर हो जाएगी। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे सरपंच का चुनाव प्रत्यक्ष होने पर पंचों की भूमिका लगभग खत्म हो जाती है, वैसा ही यहां भी होगा। जयवर्धन सिंह ने तंज कसते हुए यह भी कहा कि अगर हॉर्स ट्रेडिंग की बात उठाई जा रही है, तो जनपद और जिला पंचायत चुनाव भी तो अप्रत्यक्ष रूप से होते हैं, और यहां भी हॉर्स ट्रेडिंग की संभावनाएं रहती हैं, जैसे विधानसभा में भी देखने को मिला था।

