देशभर में जारी SIR प्रक्रिया के बीच मध्य प्रदेश से लगातार दवाब में काम कराने की चिंताजनक खबरें सामने आ रही हैं। कई BLO और शिक्षक आत्महत्या कर चुके हैं, कुछ गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं, और अब दो नए मामले फिर हलचल मचा रहे हैं। शिवपुरी में एक महिला BLO को इतना प्रेशर दिया गया कि उन्हें लकवा मार गया, जबकि छिंदवाड़ा में सीनियर की ज्यादती से परेशान एक जूनियर BLO शराब पीकर कलेक्टर परिसर में हंगामा करने पहुंच गया।
शिवपुरी की घटना बेहद दुखद है। नवाब साहब रोड निवासी ज्योति नामदेव, जो नगर पालिका में सीओ के पद पर थीं और वार्ड 33 की BLO थीं, उन पर लगातार इतना काम का बोझ डाला गया कि वे रोज रात दो-दो बजे तक SIR का काम कर रही थीं। लगातार तनाव और थकावट के बीच उनकी हालत बिगड़ती चली गई और मंगलवार को अचानक उन्हें पैरालिसिस अटैक आ गया। उनके शरीर का आधा हिस्सा काम करना बंद कर गया, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहाँ इलाज जारी है।
वहीं छिंदवाड़ा में हालात और भी अजीब मोड़ ले लेते हैं। एक जूनियर BLO, जो मालनवाड़ा क्षेत्र के दस्तावेज लेकर आया था, शराब पीकर सीधे कलेक्टर परिसर में पहुँच गया। उसका आरोप था कि उसका सीनियर उससे अभद्र व्यवहार करता है और उसे असहनीय दबाव में काम कराया जा रहा है। नशे में धुत BLO ने कहा कि वह काम नहीं करेगा और सारे दस्तावेज सीधे कलेक्टर को वापस करेगा। उसकी हरकतें देख पुलिस ने उसे बाहर कर दिया, लेकिन वह काफी देर तक बाहर मैदान में नशे की हालत में हंगामा करता रहा।
SIR के दबाव में काम करने वालों की ये घटनाएँ अब बड़े सवाल खड़े कर रही हैं— आखिर यह प्रक्रिया कब तक लोगों की ज़िंदगी पर इतनी भारी पड़ती रहेगी?

