नरसिंहपुर। एमपी अजब है… और यहां की शिक्षा व्यवस्था के कारनामे तो उससे भी ज्यादा गजब। नरसिंहपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सैकड़ों छात्रों का भविष्य दांव पर लगा दिया है। गाडरवारा के महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज के प्रथम वर्ष के स्टूडेंट्स पूरे साल मेहनत करते रहे, परीक्षा दी… लेकिन जब रिज़ल्ट आया तो बच्चों के होश उड़ गए। कई छात्रों को जीरो अंक दे दिए गए और कई को तो परीक्षा में अनुपस्थित तक बता दिया गया, जबकि वे परीक्षा दे चुके थे।
अब हालात यह हैं कि छात्र अपनी मार्कशीट लेकर दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं, शिकायतें कर रहे हैं और अपने भविष्य को लेकर परेशान हैं। यह कॉलेज रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी जबलपुर से संबद्ध है, और सबसे हैरानी की बात यह है कि इस तरह की लापरवाही पिछले साल भी सामने आ चुकी है। लगातार दो साल से ऐसे रिज़ल्ट आने पर यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। एनएसयूआई ने भी पहले विरोध जताया था और अब फिर से आवाज उठा रही है।
इस पूरे मामले पर कॉलेज प्रिंसिपल का कहना है कि उनका काम सिर्फ छात्रों को पढ़ाना और परीक्षा दिलाना है। कॉपियां यूनिवर्सिटी को भेज दी जाती हैं और अगर किसी छात्र को समस्या है तो वह आवेदन करे, कॉलेज उसे यूनिवर्सिटी भेज देगा। लेकिन इतनी बड़ी लापरवाही ने एमपी की शिक्षा व्यवस्था पर फिर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि इन छात्रों को न्याय कब मिलेगा, रिज़ल्ट की इस गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई कब होगी… और क्या इस बार भी मामला सिर्फ कागज़ों में दबकर रह जाएगा या वास्तव में किसी का भविष्य बचाया जाएगा।

