भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल परिसर में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। मॉर्चुरी के पास स्थित पुरानी पानी की टंकी, जिसे अस्पताल प्रबंधन कचरा फेंकने के लिए इस्तेमाल करता था, वहां अचानक कचरे में लगी आग के बाद दो नवजात बच्चों के अधजले शव मिले। इस घटना ने पूरे अस्पताल और शहर में हड़कंप मचा दिया है। फिलहाल दोनों शवों को मर्चुरी में सुरक्षित रखा गया है।
अस्पताल परिसर में कचरे में आग लगते ही फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। आग बुझने के बाद जब टंकी की जांच की गई तो उसके अंदर दो नवजात शिशुओं के शव पड़े मिले। शवों पर प्लास्टिक और पन्नी चिपकी थी। एक शव लगभग 90 फीसदी तक जल चुका था, जबकि दूसरा आंशिक रूप से जला हुआ पाया गया। पंचनामा कर दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस अब इस पूरे मामले की कई एंगल से जांच कर रही है। अस्पताल के रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज, डीएनए टेस्ट और अन्य तकनीकी सबूतों के आधार पर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिर इन नवजातों को वहां कैसे लाया गया और उन्हें टंकी में फेंकने के पीछे कौन जिम्मेदार है। यह घटना अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही पर भी बड़े सवाल खड़े कर रही है।

