MP Assembly Special Session: HIV संक्रमित ब्लड से 6 बच्चों के बीमार होने पर घमासान, हत्या का मामला दर्ज करने की मांग, कैलाश विजयवर्गीय ने गिनाईं उपलब्धियां और पूर्व मुख्यमंत्रियों के काम की सराहना

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का विशेष सत्र हंगामेदार रहा, जहां विपक्ष ने सतना में बच्चों को HIV संक्रमित खून चढ़ाने का मुद्दा जोरशोर से उठाया। उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने इसे बेहद गंभीर मामला बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री पर हत्या का मामला दर्ज करने और उन्हें बर्खास्त करने की मांग की।

हेमंत कटारे ने कहा कि मासूम बच्चों को संक्रमित ब्लड चढ़ा दिया गया, जिससे वे HIV की चपेट में आ गए। इससे ज्यादा शर्मनाक और दुखद कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने डॉक्टर, सीएमएचओ और स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ धारा 307 के तहत केस दर्ज करने और नैतिकता के आधार पर स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफा मांगा, साथ ही मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की।

हेमंत कटारे ने प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा अधिनियम लागू करने की भी मांग उठाई। उन्होंने कहा कि माफिया खुलेआम पत्रकारों पर हमले कर रहे हैं, यहां तक कि वरिष्ठ नेताओं तक सुरक्षित नहीं हैं, इसलिए सुरक्षित मध्य प्रदेश का संकल्प लिया जाना चाहिए।

मंत्री प्रह्लाद पटेल ने सदन में बढ़ती जनसंख्या और सीमित जमीन को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जमीन उतनी ही है लेकिन आबादी लगातार बढ़ रही है, ऐसे में विकास के नए मॉडल पर विचार जरूरी है। उन्होंने बताया कि पीएम सड़क योजना का चौथा चरण चल रहा है और सरकार ने बसाहट की नई परिभाषा तय की है, जहां 100 लोगों या 20 घरों की बसाहट को सड़क से जोड़ा जाएगा।

प्रह्लाद पटेल ने यह भी बताया कि नर्मदा परिक्रमा वासियों की सुविधा के लिए हर 20 से 25 किलोमीटर पर आश्रय स्थल बनाए जाएंगे। अगले तीन साल में 30 हजार किलोमीटर सड़क निर्माण, 1766 क्षतिग्रस्त पुलों के सुधार और सभी शमशान घाटों को दिसंबर 2026 तक सड़क से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 11 लाख से ज्यादा परिवार ‘लखपति दीदी’ की श्रेणी में चयनित किए जा चुके हैं।

संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सदन को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश विधानसभा को देश की सर्वश्रेष्ठ विधानसभा बताया। उन्होंने कहा कि 1956 में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय सिर्फ 261 रुपये थी, जो आज बढ़कर 1 लाख 5 हजार रुपये हो गई है और 2047 तक इसे 22 लाख रुपये तक ले जाने का लक्ष्य है।

कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि 1956 में प्रदेश का बजट 493 करोड़ रुपये था, जो आज बढ़कर 4 लाख 21 हजार करोड़ रुपये हो चुका है और 2047 तक इसके 20 लाख करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्रियों के योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि वल्लभ भवन, गांधी सागर और चंबल परियोजना जैसे बड़े कामों की नींव पहले ही रखी जा चुकी थी।

उन्होंने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की प्रशासनिक क्षमता की तारीफ करते हुए कहा कि IIM और IIT की स्थापना में दिग्विजय सिंह और सुंदरलाल पटवा का अहम योगदान रहा। उन्होंने उमा भारती के कार्यकाल में सड़कों के जाल, शिवराज सिंह चौहान की जनकल्याणकारी योजनाओं, महाकाल लोक और कृषि क्षेत्र की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया।

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। औद्योगिक और कृषि क्रांति, निवेश, गौ सेवा, रामवन गमन पथ, श्रीकृष्ण पाथेय और लैंड पूलिंग एक्ट वापस लेने जैसे फैसले प्रदेश को नई दिशा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि 8 करोड़ जनता के विकास की जिम्मेदारी 230 विधायकों की है और जनता सब कुछ देख रही है।

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