बिहार में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और एनडीए ने अपनी सबसे बड़ी तैयारी का ऐलान कर दिया है — सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो गया है। बीजेपी और जेडीयू, दोनों को मिली हैं 101-101 सीटें। यानी बिहार की सत्ता की जंग में अब एनडीए पूरी मजबूती से उतर चुका है।
रविवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर एनडीए की सीट बंटवारे की जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा — “हम एनडीए के साथियों ने सौहार्दपूर्ण माहौल में सीटों का वितरण पूरा किया। बीजेपी को 101, जेडीयू को 101, एलजेपी (रामविलास) को 29, आरएलएम को 6 और एचएएम को 6 सीटें दी गई हैं। बिहार है तैयार, फिर से एनडीए सरकार।”
इस घोषणा के साथ ही एनडीए के सभी घटक दलों ने इस समझौते पर अपनी सहमति जताई है। कई दिनों से चली बैठकों और रणनीतिक चर्चाओं के बाद आखिरकार आज इस पर मुहर लग गई।
अब एनडीए के सभी दल अपने-अपने उम्मीदवारों के नाम तय करने और प्रचार की तैयारियों में जुट गए हैं। चुनाव दो चरणों में होंगे — 6 और 11 नवंबर 2025 को। बीजेपी और जेडीयू इस बार भी बड़ी संख्या में सीटों पर ताल ठोंक रही हैं, जबकि छोटे सहयोगी अपने-अपने इलाकों में संगठन को मज़बूत करने में जुटे हैं।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह सीट बंटवारा एनडीए के भीतर एकजुटता और रणनीतिक संतुलन का संदेश देता है। और अगर यही तालमेल जमीनी स्तर तक कायम रहा — तो इस बार बिहार की गद्दी तक एनडीए की राह पहले से कहीं आसान हो सकती है।

