14 साल के स्टार क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी के लिए 26 दिसंबर का दिन ऐतिहासिक बन गया, जब वीर बाल दिवस 2025 के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया। वैभव सूर्यवंशी के साथ देश के 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से चुने गए 19 अन्य बहादुर और प्रतिभाशाली बच्चों को भी यह विशेष सम्मान प्रदान किया गया।
भारत के युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी ने बेहद कम उम्र में क्रिकेट की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। लगातार शानदार प्रदर्शन और रिकॉर्ड तोड़ पारियों के दम पर वैभव ने न सिर्फ क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता, बल्कि अब भारत सरकार की ओर से भी उन्हें देश के सबसे प्रतिष्ठित बाल पुरस्कार से नवाजा गया है।
इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी बच्चों की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि इन बच्चों ने अपने परिवार, समाज और पूरे देश का नाम रोशन किया है। राष्ट्रपति ने बच्चों के माता-पिता को भी बधाई दी और महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी और उनकी टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे होनहार बच्चों को सम्मानित करना देश के भविष्य को मजबूत करता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में विशेष रूप से वैभव सूर्यवंशी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने कड़ी प्रतिस्पर्धा और प्रतिभाओं से भरे क्रिकेट जगत में अपनी अलग पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि वैभव ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं और यह तो अभी शुरुआत है। ऐसे प्रतिभाशाली बच्चे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेंगे।
इस समारोह में बिहार के कैमूर जिले के कमलेश कुमार को साहस के लिए मरणोपरांत राष्ट्रीय बाल पुरस्कार दिया गया। कमलेश ने दुर्गावती नदी में डूब रहे एक बच्चे को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना नदी में छलांग लगा दी थी, जिसमें उनकी जान चली गई। यह पुरस्कार उनके पिता दुखी शाह ने प्राप्त किया।
वहीं पंजाब के फिरोजपुर जिले के 10 वर्षीय श्रवण सिंह को भी राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। श्रवण ने बताया कि जब पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सैनिक उनके गांव आए थे, तब उन्होंने जवानों की सेवा के लिए उन्हें दूध, चाय, छाछ और बर्फ पहुंचाई थी। श्रवण ने कहा कि पुरस्कार पाकर उन्हें बेहद गर्व महसूस हो रहा है और उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उन्हें ऐसा सम्मान मिलेगा।
हाल ही में वैभव सूर्यवंशी ने विजय हजारे ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय लिखा। रांची के जेएससीए ओवल ग्राउंड पर उन्होंने महज 36 गेंदों में शतक जड़ दिया और लिस्ट-ए क्रिकेट में शतक लगाने वाले दुनिया के सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के जहूर इलाही का 39 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद अब प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित होना वैभव सूर्यवंशी के क्रिकेट करियर में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ गया है।

