भोपाल। राजधानी भोपाल के श्यामला हिल्स इलाके में फोर्स लगाकर झुग्गियां हटाने की कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन के इस कदम पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भड़क उठे हैं और उन्होंने सरकार व प्रशासन पर तीखे सवाल खड़े किए हैं।
उमंग सिंघार ने प्रशासन की मंशा पर उठाए सवाल
उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि प्रभु श्रीराम त्याग, मर्यादा और समर्पण की मिसाल हैं, लेकिन श्यामला हिल्स जैसे VVIP इलाके में 4 एसडीएम, 101 अधिकारी और 4 थानों की पुलिस फोर्स लगाकर झुग्गियां हटाई जा रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या कानून सिर्फ गरीबों के लिए है और क्या प्रशासन की सारी ताकत कमजोरों को उजाड़ने के लिए ही बची है।
भगवान राम के नाम पर अन्याय का आरोप
उमंग सिंघार ने मुख्यमंत्री से सवाल करते हुए लिखा कि जिन भगवान राम के नाम पर गरीब आदिवासियों को बेघर किया जा रहा है, उन्हीं आदिवासियों ने वनवास के समय प्रभु श्रीराम को बेर खिलाए थे। उन्होंने कहा कि ऐसा अन्याय प्रभु श्रीराम को भी स्वीकार्य नहीं होगा।
आयोग के पत्र का हवाला देकर सरकार को घेरा
नेता प्रतिपक्ष ने आगे लिखा कि मध्यप्रदेश राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग का आधिकारिक पत्र साफ करता है कि श्यामला हिल्स क्षेत्र में आदिवासियों को वन भूमि से बेदखल करना नियमों के खिलाफ है। इसके बावजूद आयोग के निर्देशों को नजरअंदाज कर झुग्गियां तोड़ना भाजपा सरकार की आदिवासी विरोधी और मनमानी कार्यशैली को उजागर करता है।
कार्रवाई रोकने और पुनर्वास की मांग
उमंग सिंघार ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि इस कार्रवाई को तुरंत रोका जाए, गरीबों के घर न तोड़े जाएं या उन्हें कानूनी और सम्मानजनक पुनर्वास दिया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं रुकी तो वे इन आदिवासी परिवारों के साथ पहली कतार में खड़े होकर संघर्ष करेंगे और यह लड़ाई आस्था के नाम पर अन्याय की नहीं, बल्कि न्याय और इंसानियत की होगी।


