इछावर। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक सरकारी कार्यालय में पदस्थ कर्मचारी पर बदतमीजी, धमकी और आपत्तिजनक हरकतें करने के गंभीर आरोप लगे हैं। आरोपों के बाद पूरे कार्यालय में डर का माहौल है और मामला अब सीधे जिला पंचायत सीईओ तक पहुंच चुका है।
दिव्यांग पुनर्वास केंद्र में कर्मचारियों ने लगाए गंभीर आरोप
सीहोर के दिव्यांग पुनर्वास केंद्र में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब कर्मचारियों ने अपने ही सहकर्मी शेख अजहरुद्दीन पर गंभीर आरोप लगाए। कर्मचारियों का कहना है कि शेख अजहरुद्दीन, जो केंद्र में भृत्य के पद पर कार्यरत है, कार्यालय में लगातार बदतमीजी करता है और माहौल खराब करता रहता है।
महिला कर्मचारियों को धमकाने का आरोप
कर्मचारियों का आरोप है कि शेख अजहरुद्दीन महिला अधिकारियों और महिला कर्मचारियों को जान से मारने की धमकियां देता है। इतना ही नहीं, कई बार वह बाहरी असामाजिक तत्वों को कार्यालय में बुलाकर कर्मचारियों को डराने की कोशिश भी करता है, जिससे सभी कर्मचारी भय के साए में काम करने को मजबूर हैं।
खाने-पीने की चीजों और फाइलों पर थूकने का दावा
कर्मचारियों ने यह भी दावा किया है कि उन्होंने कई बार आरोपी कर्मचारी को कर्मचारियों के खाने, पीने के पानी और यहां तक कि सरकारी फाइलों पर थूकते हुए देखा है। इन घटनाओं को लेकर पहले भी शिकायतें की गई थीं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
सीईओ तक पहुंची लिखित शिकायत
इन गंभीर आरोपों के बाद कर्मचारियों ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर जिला पंचायत सीईओ को लिखित शिकायत सौंपी है और आरोपी कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
जांच के आदेश, कार्रवाई का भरोसा
इस पूरे मामले पर जिला पंचायत सीईओ सृजना यादव ने कहा है कि उन्हें शिकायत प्राप्त हुई है और कार्यालय की महिला कर्मचारी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं। शिकायत को गंभीरता से लिया गया है और जल्द ही जांच कराकर नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

