पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सियासत में एक नया और दिलचस्प नाम सामने आया है — बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की ममेरी बहन दिव्या गौतम। सूत्रों के मुताबिक, महागठबंधन की सहयोगी पार्टी CPI(ML) उन्हें पटना की दीघा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बना सकती है।
जानकारी के अनुसार, दिव्या गौतम 15 अक्टूबर को नामांकन दाखिल कर सकती हैं। सोशल मीडिया पर उनका नामांकन पोस्टर पहले ही वायरल हो चुका है, जिससे दीघा की सियासत में हलचल मच गई है। 2020 के विधानसभा चुनाव में इसी सीट से बीजेपी के संजीव चौरसिया ने जीत हासिल की थी, जबकि CPI(ML) की शशि यादव को कड़ी टक्कर के बावजूद हार का सामना करना पड़ा था। अब दिव्या के आने से मुकाबला और भी दिलचस्प होने वाला है।
पटना यूनिवर्सिटी से राजनीति की शुरुआत
दिव्या गौतम की राजनीतिक पारी की शुरुआत कॉलेज के दिनों में हुई थी। वे पटना यूनिवर्सिटी की पूर्व छात्रा हैं और मास कम्युनिकेशन में स्नातक कर चुकी हैं। साल 2012 में उन्होंने AISA से पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए मुकाबला किया था और दूसरे स्थान पर रही थीं। तभी से वे सामाजिक और छात्र राजनीति में सक्रिय रही हैं।
BPSC परीक्षा में सफलता, लेकिन चुनी समाजसेवा की राह
दिव्या गौतम ने पढ़ाई के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं में भी शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पहले ही प्रयास में 64वीं BPSC परीक्षा पास की और सप्लाई इंस्पेक्टर पद के लिए चयनित हुईं। लेकिन उन्होंने सरकारी नौकरी को ठुकराकर शिक्षा और सामाजिक कार्यों के क्षेत्र में खुद को समर्पित कर दिया। वर्तमान में वे UGC-NET क्वालिफाइड हैं और पीएचडी रिसर्च स्कॉलर के रूप में काम कर रही हैं।
महागठबंधन में सीट बंटवारे पर पेच बरकरार
हालांकि, महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर अभी भी हलचल जारी है। कांग्रेस, राजद, वीआईपी और CPI(ML) के बीच बातचीत चल रही है। अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, जिन सीटों पर पार्टियों का पारंपरिक दावा रहा है, वहां उम्मीदवारों को पहले ही संकेत दे दिया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि दिव्या गौतम को दीघा से टिकट लगभग तय है।
अगर ऐसा होता है, तो पटना की दीघा विधानसभा सीट इस बार सिर्फ एक राजनीतिक नहीं, बल्कि भावनात्मक जंग का मैदान बनेगी — जहां एक ओर होगी सुशांत की बहन दिव्या गौतम की नई राजनीतिक शुरुआत, और दूसरी ओर होगा महागठबंधन का चुनावी दांव!

