भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस में इस वक्त बड़ा घमासान मचा हुआ है। जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। उज्जैन कांग्रेस अब दो गुटों में पूरी तरह बंट चुकी है। शहर और जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के खिलाफ उठे विरोध के स्वर अब भोपाल तक पहुंच गए हैं।
दरअसल, उज्जैन कांग्रेस के विरोधी गुट के कई नेता भोपाल पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह से मुलाकात की। मुलाकात करने वालों में चेतन यादव, माया त्रिवेदी, हेमंत चौहान, पूर्व विधायक मुरली पोरवाल, दीपक मेहरे, गब्बर कुवांवल, रवि शुक्ला, रमेश परिहार, मुज़ीब, श्रवण शर्मा और राजेश त्रिवेदी शामिल रहे।
इन नेताओं पर पार्टी की ओर से अनुशासनहीनता का नोटिस भी जारी किया गया है। आरोप है कि इन सभी ने उज्जैन में समानांतर कांग्रेस संगठन चलाया और पार्टी की आधिकारिक नियुक्तियों पर सवाल उठाए।
संगठन सृजन को लेकर असंतुष्ट गुट ने अजय सिंह के सामने अपनी शिकायतें रखीं। वहीं, अजय सिंह ने भी इस मुलाकात की जानकारी अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए साझा की। उन्होंने लिखा — “उज्जैन से पधारे सम्मानीय साथियों चेतन यादव, माया त्रिवेदी, हेमंत चौहान, मुरली पोरवाल, दीपक मेहरे, गब्बर कुंवावल, रवि शुक्ला, रमेश परिहार, मुजीब, श्रवण शर्मा, राजेश त्रिवेदी आदि के साथ संगठन सृजन को लेकर चर्चा की।”
अब देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस हाईकमान इस बढ़ते विवाद पर क्या रुख अपनाता है, क्योंकि उज्जैन का यह अंदरूनी संघर्ष पार्टी के लिए आने वाले चुनावों में सिरदर्द साबित हो सकता है।

