नर्मदापुरम। मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम में उस वक्त हंगामा मच गया जब जमुनिया गांव के आदिवासी महिला-पुरुष बीमारियों और जीवन की बाधाओं से छुटकारा पाने की उम्मीद में रेलवे स्टेशन के पास एक मकान में आयोजित विशेष प्रार्थना सभा में पहुंचे, जहां क्रिश्चियन समुदाय से जुड़े एक व्यक्ति द्वारा प्रार्थना कराई जा रही थी। इसी दौरान विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और प्रार्थना पर आपत्ति जताते हुए इसे चमत्कार और इलाज के दावों के जरिए धर्मांतरण की कोशिश बताया। संगठनों का आरोप है कि ग्रामीणों को चमत्कारी इलाज और अन्य प्रलोभनों के माध्यम से प्रभावित किया जा रहा था। विहिप और बजरंग दल ने सेमरी हरचंद पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराते हुए पाश्चर भागचन्द्र राज पर अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाने का आरोप लगाया और इसे मध्य प्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2021 का संभावित उल्लंघन बताया। वहीं सोहागपुर थाना प्रभारी ऊषा मरावी ने बताया कि शिकायत प्राप्त हो चुकी है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।

