बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच जनता दल यूनाइटेड को एक बड़ी मजबूती मिली है। राज्यसभा के पूर्व सांसद और उद्योगपति साबिर अली ने एक बार फिर जेडीयू की सदस्यता ग्रहण कर ली है। पूर्णिया में मंत्री लेसी सिंह के आवास पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने पार्टी की पुनः सदस्यता ली, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस मौके पर लेसी सिंह ने कहा — “यह साबिर अली की घर वापसी है। उनके आने से सीमांचल की राजनीति को नई ऊर्जा मिलेगी।”
साबिर अली पहले भी नीतीश कुमार के करीबी रह चुके हैं। वर्ष 2008 से 2014 तक वे जेडीयू के राज्यसभा सांसद रहे। बाद में उन्होंने पार्टी छोड़कर लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) का दामन थाम लिया था। लेकिन अब उन्होंने एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा जताया और जेडीयू में वापसी की है। मीडिया से बात करते हुए साबिर अली ने कहा — “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हमेशा विकास की राजनीति की है। वे जो भी जिम्मेदारी देंगे, मैं पूरी निष्ठा से निभाऊंगा।”
साबिर अली की वापसी के बाद अब राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हैं कि वे अमौर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि पार्टी ने पहले ही सबा जफर को इस सीट से टिकट दिया है और वे नामांकन की तैयारी में हैं, लेकिन फिर भी यह कयास लगाए जा रहे हैं कि 20 अक्टूबर को साबिर अली खुद नामांकन दाखिल कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो अमौर का मुकाबला बेहद दिलचस्प हो जाएगा।
साबिर अली न केवल राजनीति में बल्कि व्यवसाय जगत में भी एक जाना-माना नाम हैं। पूर्वी चंपारण के रहने वाले साबिर अली लंबे समय से सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे हैं और जनता के बीच अच्छी पकड़ रखते हैं। उनके दोबारा जेडीयू में लौटने से सीमांचल क्षेत्र में पार्टी को नई मजबूती मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

