बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान के बाद अब सियासी तापमान चरम पर है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के कद्दावर नेता राजीव रंजन ललन सिंह ने शिवहर में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस बार बिहार की जनता ने जात-पात नहीं, बल्कि विकास के मुद्दे पर वोट दिया है। ललन सिंह ने गर्व से कहा – “विकास की जीत हुई है और विनाश करने वालों का सूपड़ा साफ हो गया है।” उन्होंने दावा किया कि 14 तारीख को जब नतीजे आएंगे, तब यह पूरी तरह साफ हो जाएगा कि विपक्ष की जमीन अब बिहार में बची ही नहीं है।
ललन सिंह ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष अब सिर्फ झूठे वादों और परिवारवाद की राजनीति पर टिका हुआ है, लेकिन जनता अब सब समझ चुकी है। उन्होंने कहा – “जो लोग जातीय समीकरणों के सहारे सत्ता में लौटने का सपना देख रहे हैं, उन्हें इस बार जनता करारा जवाब देने वाली है।” उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने शिक्षा, सड़क और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है। यही वजह है कि लोग अब एनडीए पर भरोसा कर रहे हैं, क्योंकि विकास का मतलब अब नीतीश कुमार बन गए हैं।
वीआईपी प्रमुख और महागठबंधन के डिप्टी सीएम पद के उम्मीदवार मुकेश सहनी पर भी ललन सिंह ने करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा – “मुकेश सहनी की राजनीति अब पूरी तरह पिछलग्गू बन चुकी है। उनका अपना कोई वजूद नहीं रह गया। जिनके साथ आज वे खड़े हैं, उन्हीं के माता-पिता ने बिहार के विनाश की पटकथा लिखी थी।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बिहार की जनता इतनी समझदार है कि अब वह ऐसे गठबंधन को कभी स्वीकार नहीं करेगी, जिसने इस राज्य को दशकों तक पीछे धकेला।
ललन सिंह ने आगे कहा कि बिहार की जनता अब जाग चुकी है। वो नारे और झूठे वादों से नहीं, अपने अनुभव से फैसला ले रही है। उन्होंने कहा – “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जो विकास की गंगा बह रही है, उसे कोई नहीं रोक सकता। जो लोग इसे रोकने की कोशिश करेंगे, वे खुद किनारे पर फेंक दिए जाएंगे।”
उन्होंने आत्मविश्वास से कहा कि इस बार का चुनाव नतीजा बिहार की राजनीति का रुख तय करेगा। 14 नवंबर को नतीजे यह साफ कर देंगे कि बिहार में अब सिर्फ विकास की राजनीति चलेगी — बाकी सब साइडलाइन पर होंगे।

