Bihar Election: बिहार की सियासत में अब मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने भी अपनी दस्तक दे दी है।
आगामी विधानसभा चुनावों से पहले बीएसपी ने अपना पहला प्रत्याशी घोषित कर दिया है — और ये उम्मीदवार कोई साधारण चेहरा नहीं, बल्कि एक बड़े राजनीतिक परिवार से आते हैं।
करगहर विधानसभा सीट से बीएसपी ने मैदान में उतारा है उदय प्रताप सिंह को।
उदय प्रताप सिंह, राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और जेडीयू के कद्दावर नेता स्वर्गीय रामधनी सिंह के बेटे हैं।
रामधनी सिंह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते थे और उन्होंने उनकी सरकार में कई अहम विभागों की जिम्मेदारी संभाली थी।
पटना में शनिवार को बीएसपी के बिहार प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सदस्य ने औपचारिक रूप से उदय प्रताप सिंह को टिकट सौंपा।
इसके साथ ही बिहार में बीएसपी की चुनावी यात्रा का आगाज़ हो गया है।
अब बात करते हैं करगहर विधानसभा क्षेत्र की —
यह इलाका पटेल और ब्राह्मण बहुल माना जाता है।
करीब 60 हजार वोटर पटेल समाज से हैं, जबकि ब्राह्मण और हरिजन मतदाता भी यहां बड़ी संख्या में मौजूद हैं।
दिलचस्प बात यह है कि खुद उदय प्रताप सिंह भी पटेल समुदाय से हैं, जिससे उनका जातीय समीकरण और जनता तक सीधी पहुंच उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाती है।
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि इस सीट पर इस बार मुकाबला बेहद त्रिकोणीय होने वाला है।
जेडीयू से पूर्व आईएएस अधिकारी दिनेश कुमार राय और पूर्व विधायक वशिष्ठ नारायण सिंह टिकट की दौड़ में हैं,
जबकि मौजूदा विधायक कांग्रेस के संतोष कुमार मिश्रा एक बार फिर अपनी सीट बचाने की तैयारी में जुटे हैं।
ऐसे में करगहर की लड़ाई अब दिलचस्प मोड़ ले चुकी है —
एक ओर हैं कांग्रेस के पुराने खिलाड़ी,
दूसरी ओर जेडीयू के मजबूत दावेदार,
और अब बीच में मायावती की बीएसपी से उतरे उदय प्रताप सिंह, जो नए समीकरणों की कहानी लिख सकते हैं।
देखना होगा कि करगहर का मैदान किसके हाथ जाता है,
लेकिन इतना तय है कि बिहार चुनाव 2025 की शुरुआत ही अब और ज़्यादा रोमांचक हो चुकी है।
राजनीति गरम है, और खेल अभी बाकी है!

