पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, सियासी गर्मी अपने चरम पर पहुंच गई है। एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए की रैलियां धूम मचा रही हैं, तो वहीं विपक्षी INDIA गठबंधन ने भी अपने प्रचार अभियान में पूरी ताकत झोंक दी है। इसी बीच समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी, जिसमें पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, सांसद डिंपल यादव, वरिष्ठ नेता मोहम्मद आज़म खान और अफजाल अंसारी जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
सपा की योजना है कि बिहार में INDIA गठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में पूरे जोश के साथ प्रचार किया जाए। पार्टी के शीर्ष नेताओं से लेकर सांसदों और विधायकों को बिहार के अलग-अलग जिलों में जिम्मेदारी दी गई है, ताकि विपक्षी एकता को मजबूत किया जा सके।
सबसे खास बात यह है कि लंबे समय बाद आज़म खान को किसी राज्य के चुनाव में स्टार प्रचारक की भूमिका दी गई है। माना जा रहा है कि उनकी वापसी सपा कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने वाली साबित होगी। वहीं अखिलेश यादव और डिंपल यादव खुद बिहार में कई बड़ी जनसभाओं को संबोधित करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी का फोकस इस बार युवाओं, किसानों और सामाजिक न्याय पर रहेगा। पार्टी का मानना है कि अखिलेश और डिंपल यादव की मौजूदगी से यादव, मुस्लिम और पिछड़े वर्ग के मतदाताओं में गठबंधन के पक्ष में माहौल बनेगा।
सपा की जारी लिस्ट में कुल 20 नाम शामिल हैं — जिनमें अखिलेश यादव, डिंपल यादव, आज़म खान, अफजाल अंसारी, नरेश उत्तम पटेल, राजीव राय, लाल जी वर्मा, अवधेश प्रसाद और तेज प्रताप सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं के साथ कई युवा चेहरे भी हैं। पार्टी ने इन सभी नेताओं को अलग-अलग जिलों में प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी है।
बिहार में इस बार चुनाव दो चरणों में होने जा रहे हैं — पहले चरण में 6 नवंबर को 121 सीटों पर मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण में 11 नवंबर को 122 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। नतीजे 14 नवंबर को आएंगे और पूरा चुनावी नाटक 16 नवंबर तक पूरा हो जाएगा।
समाजवादी पार्टी का संगठन भले बिहार में बहुत बड़ा न हो, लेकिन विपक्षी एकता के लिए सपा की भूमिका अहम मानी जा रही है। अखिलेश यादव ने हाल ही में कहा था — “बिहार में INDIA गठबंधन जनता के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा है। यहां की जनता अब वादों और धमकियों से नहीं, विकास और रोजगार से जुड़ी राजनीति चाहती है।”
सूत्र बताते हैं कि अखिलेश यादव बिहार में 4 से 5 बड़ी सभाएं करने वाले हैं। वहीं आज़म खान और अफजाल अंसारी जैसे नेता पूर्वी बिहार में मोर्चा संभालेंगे। सपा को उम्मीद है कि उनके नेतृत्व और INDIA गठबंधन की एकजुटता से इस बार मुकाबला बेहद दिलचस्प होगा।
बिहार के चुनावी मैदान में अब एक बात साफ दिख रही है — एनडीए की ताकत के सामने विपक्षी INDIA गठबंधन अपनी पूरी ऊर्जा के साथ उतर चुका है। और सपा का यह संदेश गूंज रहा है —
“जनता अब परिवारवाद नहीं, बदलाव चाहती है… और बदलाव की शुरुआत बिहार से होगी।”

