बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की गरमी अपने चरम पर है, और इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बेगूसराय पहुंचे, जहां उन्होंने एनडीए उम्मीदवारों के समर्थन में विशाल जनसभा को संबोधित किया। मंच पर आते ही पीएम मोदी ने छठ पर्व का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार की मिट्टी, इसकी परंपराएं और इसकी शक्ति – देश की पहचान हैं। उन्होंने व्रतियों को सूप बांटे और प्रसिद्ध गायिका शारदा सिन्हा का भी नाम लेते हुए कहा – “छठ सिर्फ पर्व नहीं, आस्था का उत्सव है।”
मंच पर थोड़ी देर के लिए अंधेरा छा गया तो केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हंसते हुए माइक उठाया और कहा – “अरे लाइट वाले! स्टेज पर जल्दी लाइट दो।” माहौल तालियों और नारों से गूंज उठा।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा — “हमने बिहार को जंगलराज से सुशासन की ओर मोड़ा है… और अब वक्त है कि सुशासन को समृद्धि में बदल दिया जाए। मैं आज आपके बीच उसी बदलाव का आशीर्वाद लेने आया हूं।”
उन्होंने कहा कि 2005 में बिहार के माता-पिता की पीढ़ी ने जंगलराज को खत्म किया था, और अब 2025 में युवाओं की बारी है — वे बिहार को विकास की नई रफ्तार देंगे। मोदी ने कहा, “आपका हर वोट इस बिहार की तकदीर बदल देगा।”
अपने भाषण में पीएम मोदी ने ‘जंगलराज’ शब्द को 17 बार दोहराया। उन्होंने लोगों से मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाने को कहा, और जब पूरा मैदान रोशनी से जगमगा उठा, तो हंसते हुए बोले — “अब बताइए, इतनी रोशनी में क्या अब भी लालटेन की जरूरत है?” भीड़ ठहाकों और नारों से गूंज उठी।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने डिजिटल इंडिया की बात करते हुए कहा — “पहले एक जीबी डेटा सौ-डेढ़ सौ रुपए में मिलता था… लेकिन इस चाय वाले ने डेटा को एक कप चाय से भी सस्ता कर दिया!” उन्होंने कहा, “आज बिहार का युवा मोबाइल से वीडियो बनाकर, डिजिटल प्लेटफॉर्म से कमाई कर रहा है — ये है नया भारत, नया बिहार।”
मोदी ने मंच से नारा दिया — “नई रफ्तार से चलेगा बिहार, फिर आएगी एनडीए सरकार!” उन्होंने कहा, “पूरा बिहार कह रहा है — फिर एक बार NDA सरकार, फिर एक बार सुशासन सरकार!”
प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि इस बार बिहार नीतीश कुमार के नेतृत्व में अब तक का सबसे बड़ा जनादेश देगा। उन्होंने कहा — “मैं आपके जोश को देखकर कह सकता हूं, यह चुनाव बिहार के इतिहास में सुनहरा अध्याय लिखेगा।”
राजद और कांग्रेस पर वार करते हुए पीएम बोले — “2005 में बिहार ने जंगलराज से मुक्ति पाई थी, लेकिन उस वक्त केंद्र में बैठे कांग्रेस और राजद ने बिहार की प्रगति में अड़ंगे डाले। उन्होंने प्रोजेक्ट रोक दिए, पैसों की मदद नहीं की, क्योंकि उन्हें नीतीश कुमार की सफलता मंजूर नहीं थी। वे बिहार से बदला ले रहे थे।”
अपने भाषण के अंत में मोदी ने कहा — “राजद और कांग्रेस के लोग आज घोटालों में डूबे हुए हैं, जमानत पर बाहर हैं। और अब तो जननायक की उपाधि तक चुराने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन बिहार के लोग सब जानते हैं, वो जननायक कर्पूरी ठाकुर का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
बेगूसराय की उस सभा में नारों की गूंज थी — “मोदी-नीतीश ज़िंदाबाद, जंगलराज को अलविदा!”
और एक बात साफ़ थी — बिहार का माहौल बदल चुका है, अब जनता कह रही है…
“नई रफ्तार से चलेगा बिहार, फिर आएगी एनडीए सरकार।”

