उत्त्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर पर धर्मध्वज फहराने के बाद जनता को संबोधित करते हुए कहा कि ध्वजारोहण किसी यज्ञ की पूर्णाहुति नहीं, बल्कि एक नए युग का शुभारंभ है। उन्होंने कहा कि यह भव्य मंदिर 140 करोड़ भारतीयों की आस्था का प्रतीक है, और राम मंदिर की चोटी पर लहराता यह केसरिया ध्वज धर्म और भारत की संकल्पना—दोनों का प्रतीक है, क्योंकि संकल्प का कोई विकल्प नहीं होता।
राम नगरी अयोध्या नए दौर में प्रवेश कर चुकी है
सीएम योगी ने अपने संबोधन में प्रसिद्ध नारे “लाठी-गोली खाएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे” का भी ज़िक्र किया और कहा कि आज भगवान राम की पावन नगरी एक बिल्कुल नए दौर में प्रवेश कर चुकी है। उन्होंने बताया कि आज अयोध्या धाम हर सुविधा से सुसज्जित है और यहां हुए विशाल विकास कार्य किसी ऐतिहासिक परिवर्तन से कम नहीं हैं।
पीढ़ियों का संघर्ष और आस्था का सम्मान
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि साधु-संतों का संघर्ष आज पूर्ण हुआ है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पूरे अभियान को वैश्विक मंच पर गौरव दिलाया है। उन्होंने कहा कि कई पीढ़ियों की प्रतीक्षा आज साकार हुई है, क्योंकि देश की आस्था न कभी झुकी, न कभी रुकी। आज पूरा देश नए भारत का दर्शन कर रहा है, जहां आस्था को सम्मान मिल रहा है। आखिर में उन्होंने जय जय श्रीराम के नारे के साथ अपना संबोधन समाप्त किया।

