बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को बधाई दी और कहा—“मेरे सम्मानित प्रदेशवासियों, जय जोहार! धरती आबा बिरसा मुंडा का जीवन सम्मान, समानता और स्वाभिमान के लिए जागरूकता फैलाने वाला एक अमर प्रेरणास्रोत है। अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ ‘अपना देश, अपना राज’ का बिगुल बजाने वाले इस लोकनायक की ‘उलगुलान क्रांति’ जल, जंगल और जमीन पर अधिकारों की अनंत प्रतिज्ञा बन चुकी है।”
सीएम योगी ने कहा कि हमारा इतिहास जनजातीय शूरवीरों और महापुरुषों की अद्भुत गाथाओं से भरा हुआ है। रानी दुर्गावती का अतुलनीय साहस, महाराणा प्रताप के साथ खड़े रहने वाले भील, मीणा और थारू समुदाय की वीरता आज भी प्रेरणा देती है। प्रभु श्रीराम द्वारा माता शबरी के बेर स्वीकार करना प्रेम, समानता और समता का दिव्य संदेश है। श्रीराम और वनवासियों का संबंध करुणा और समानता का धर्मसूत्र है, और सरकार जनजातीय समाज के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
उन्होंने बताया कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत 26 जनपदों के 517 गांवों को सरकार की सभी लोककल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। वनाधिकार अधिनियम के तहत आवासीय अधिकार दिए जा रहे हैं। एकलव्य विद्यालयों, जनजाति छात्रावासों और छात्रवृत्ति कार्यक्रमों के माध्यम से आधुनिक शिक्षा का मार्ग मजबूत किया जा रहा है। कला और संस्कृति की धरोहर को संजोने के लिए जनजातीय संग्रहालय स्थापित किए जा रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा कि विकास तभी सार्थक है जब वंचितों को वरीयता मिले और अंत्योदय से सर्वोदय का मार्ग खुले। बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के पूर्व दिवस पर उन्होंने इस महान जनजातीय नायक को कोटि-कोटि नमन किया और प्रदेशवासियों को जनजातीय गौरव दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

