पटना. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पटना में एक ऐसा बयान दिया है जिसने बिहार की राजनीति में नई हलचल मचा दी है। उन्होंने दावा किया है कि “बिहार में अब वही इतिहास दोहराया जाएगा जो 2006 में लिखा गया था — जब एनडीए ने विकास और सुशासन की एक नई कहानी शुरू की थी।”
केशव मौर्य ने आत्मविश्वास से कहा — “बिहार अब राष्ट्रीय राजनीति की मिसाल बनने जा रहा है। पूरा देश बिहार के संदेश को देखेगा, सुनेगा और सीखेगा। जनता अब जंगलराज, माफियाराज और गुंडाराज से पूरी तरह ऊब चुकी है। वह अब विकास चाहती है — और ये विकास सिर्फ NDA ही दे सकता है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी को बिहार की सबसे बड़ी ताकत बताते हुए कहा — “सबका साथ, सबका विकास — यही NDA की पहचान है। हमारे शासन में कानून का राज चलता है, माफियाओं का नहीं। जनता ने खुद महसूस किया है कि विकास, सुरक्षा और स्थिरता का दूसरा नाम अब एनडीए है।”
मौर्य ने साफ-साफ यह भी कह दिया कि मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी तरह का कोई भ्रम नहीं है। उन्होंने कहा — “एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगा और नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे। उनका अनुभव और उनका विजन बिहार के लिए जरूरी है।”
बिहार की जनता के मूड पर बोलते हुए मौर्य ने दावा किया — “जहां-जहां जा रहे हैं, जनता का उत्साह देखते ही बनता है। लोग खुद कह रहे हैं कि इस बार फिर से NDA को मौका मिलेगा। विकास का सिलसिला रुकने नहीं देंगे।”
केशव प्रसाद मौर्य के इस बयान का संदर्भ भी खास है — क्योंकि 2005 के चुनावों के बाद 2006 में एनडीए सरकार ने बिहार में शासन की एक नई शुरुआत की थी। उसी दौर को मौर्य आज ‘फिर से दोहराने’ की बात कर रहे हैं — यानी एक बार फिर स्थिर सरकार, मजबूत नेतृत्व और विकास के युग की वापसी।
अब देखना यह है कि क्या वाकई 2025 में बिहार फिर 2006 की तरह NDA के रंग में रंगेगा — या इस बार सियासी तस्वीर कुछ और बनेगी।

