बॉलीवुड के ही-मैन धर्मेंद्र और ड्रीमगर्ल हेमा मालिनी की प्रेम कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। हाल ही में धर्मेंद्र के निधन की खबर सोशल मीडिया पर अफवाह के रूप में फैल गई थी, लेकिन उनकी बेटी ईशा देओल और पत्नी हेमा मालिनी ने खुद सामने आकर बताया कि धर्मेंद्र पूरी तरह स्वस्थ हैं और रिकवर कर रहे हैं। हालांकि, इस खबर के बाद एक बार फिर उनकी अनोखी लव स्टोरी चर्चा में आ गई है — वो कहानी, जिसने बॉलीवुड के इतिहास में एक अलग जगह बना ली।
धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की पहली मुलाकात फिल्म ‘तुम हसीन मैं जवान’ के सेट पर हुई थी। शूटिंग के दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और जल्द ही यह रिश्ता प्यार में बदल गया। लेकिन उस वक्त धर्मेंद्र पहले से शादीशुदा थे — उनकी पत्नी प्रकाश कौर और बच्चे भी थे। इसके बावजूद हेमा मालिनी उनसे इतना प्यार करने लगीं कि उन्होंने धर्मेंद्र का साथ कभी नहीं छोड़ा।
वहीं, धर्मेंद्र भी हेमा से बेहद मोहब्बत करते थे, लेकिन वो अपनी पहली पत्नी से तलाक नहीं लेना चाहते थे। उस समय हिंदू विवाह अधिनियम के तहत दूसरी शादी की अनुमति नहीं थी। लेकिन जब दो दिलों का रिश्ता धर्म और कानून की दीवारों में फंस जाए — तो वो दीवारें टूट ही जाती हैं।
21 अगस्त 1979 को धर्मेंद्र और हेमा ने एक-दूसरे का साथ पाने के लिए ऐसा कदम उठाया जिसने सबको हैरान कर दिया। दोनों ने इस्लाम धर्म अपनाया, धर्मेंद्र बने दिलावर खान, और हेमा मालिनी बनीं आयशा बी। धर्म परिवर्तन के बाद दोनों ने निकाह किया और हमेशा के लिए एक-दूसरे के हो गए।
कुछ महीनों बाद, 2 मई 1980 को इस कपल ने हिंदू रीति-रिवाजों से भी शादी कर ली। उस वक्त उनका यह फैसला बहुत विवादों में रहा, लेकिन धर्मेंद्र और हेमा ने हर आलोचना को पीछे छोड़कर अपने रिश्ते को निभाया।
आज भी हेमा मालिनी धर्मेंद्र के पहले परिवार से अलग रहती हैं, लेकिन धर्मेंद्र ने हमेशा दोनों परिवारों की जिम्मेदारियां पूरी ईमानदारी से निभाईं।
उनकी यह कहानी सिर्फ एक प्रेम कहानी नहीं — बल्कि एक ऐसा सफर है जिसमें प्यार ने समाज, धर्म और परंपराओं की हर सीमा को पार कर लिया। धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की मोहब्बत आज भी बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत कहानी कही जाती है।

